Sukhu Government One Year: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को 11 दिसंबर के दिन एक साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है. इस एक साल के मौके पर अपनी उपलब्धियां का जश्न मनाने के लिए सरकार ने धर्मशाला को चुना है. धर्मशाला में 'व्यवस्था परिवर्तन का एक साल' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. यह राज्यस्तरीय समारोह धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में होगा. ऐसे में इसकी मुख्य जिम्मेदारी स्थानीय विधायक सुधीर शर्मा पर ही रहने वाली है.


सुधीर शर्मा को फिर बड़ी जिम्मेदारी
जानकारी के मुताबिक, विधायक सुधीर शर्मा को इस समारोह में आठ हजार लोगों की भीड़ जुटाना का लक्ष्य दिया गया है. इसके अलावा उन्हें समारोह के लिए गठित विशेष कमेटी में भी सदस्य नियुक्त किया गया है. राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में गठित कमेटी में सुधीर शर्मा, संजय रतन और केवल सिंह पठानिया को शामिल किया गया है.


इस समिति का काम जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करना होगा. इससे पहले मंगलवार को कमेटी की जो जानकारी सामने आई थी, उसमें विधायक सुधीर शर्मा का नाम शामिल नहीं था. अब सुधीर शर्मा की अहमियत देखते हुए उन्हें कमेटी में शामिल किया गया है.


पहले भी धर्मशाला में ही हुआ था आयोजन
इससे पहले साल 2022 में सरकार बनने के बाद पहला जश्न भी धर्मशाला में ही किया गया था. इसके सफल आयोजन की जिम्मेदारी भी विधायक सुधीर शर्मा को ही सौंपी गई थी. इस जिम्मेदारी को विधायक सुधीर शर्मा ने बखूबी निभाया भी. हालांकि सफलतापूर्वक आयोजन के बाद भी सुधीर शर्मा को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली. अब भी सुधीर अपने नाम के अनुरूप धीर-गंभीर होकर अपने लिए उस अधिसूचना का इंतजार कर रहे हैं, जिसमें उन्हें मंत्री पद दिया जाना है.


सुक्खू कैबिनेट में जगह नहीं
बता दें कि सुधीर शर्मा एक मात्र ऐसे विधायक हैं जो वीरभद्र की कैबिनेट में तो मंत्री रहे, लेकिन सुक्खू कैबिनेट में उन्हें जगह नहीं मिली. जानकारों की नजरें अब इसी और टिकी हैं कि क्या इस दूसरे सफल आयोजन होने पर सुधीर शर्मा को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलती है या नहीं. 16 विधानसभा क्षेत्र वाले जिला कांगड़ा से 10 पर कांग्रेस के विधायक जीते हैं, लेकिन मंत्रिमंडल में सिर्फ चौधरी चंद्र कुमार ही बतौर कृषि मंत्री शामिल हैं.


यह भी पढ़ें: Himachal Congress: हिमाचल कांग्रेस ऑफिस में होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे CM सुक्खू, बड़ा संदेश या व्यस्तता ही वजह?