Himachal News: हिमाचल प्रदेश पुलिस बीते 72 घंटों से भी ज्यादा वक्त से लगातार लोगों को रेस्क्यू करने में लगी हुई है. हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में फंसे लोगों के साथ संपर्क करने के लिए पुलिस निदेशालय में वॉर रूम स्थापित किया गया है. हिमाचल प्रदेश की कार्यकारी डीजीपी सतवंत अटवाल त्रिवेदी खुद पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. लोगों को रेस्क्यू करने में सोशल मीडिया भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. सोशल मीडिया के जरिए न केवल आम जनता तक त्वरित जानकारी पहुंचाई जा रही है, बल्कि लोग अपने परिजनों की मदद के लिए भी पुलिस तक सोशल मीडिया के जरिए पहुंच पा रहे हैं.


सभी लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया जाएगा 
हिमाचल प्रदेश पुलिस की कार्यकारी डीजीपी सतवंत अटवाल त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों पर पुलिस लगातार काम में जुटी हुई है. उन्होंने कहा कि पुलिस अब तक 200 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर चुकी है. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस के अधिकारी और जवान लगातार काम में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि चंद्रताल लेक में फंसे पर्यटकों को करने के लिए हेलीकॉप्टर भेजा गया था, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से फिलहाल टला है. जैसे ही मौसम साफ होगा, वैसे ही सभी को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस सभी स्थानों पर तैनात हैं और फंसे हुए लोगों के साथ संपर्क कर रही है. कसोल में मौसम खराब होने की वजह से कई पर्यटक फंस गए थे, जो पूरी तरह सुरक्षित हैं. कसोल में ही 10 रूसी नागरिक भी फंसे हैं, जिनके बारे में रूसी एंबेसी ने हिमाचल सरकार से संपर्क साधा है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद जिला कुल्लू और मंडी का हवाई निरीक्षण करके लौटे हैं और भुंतर से पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.


हिमाचल सरकार को बड़ा नुकसान
बता दें कि पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. बारिश की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. इसके अलावा भारी बारिश की वजह से आम जनता का कारोबार प्रभावित हुआ है. सरकारी संपत्ति के साथ लोगों की निजी संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है. हिमाचल प्रदेश आपदा प्राधिकरण के पास मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश सरकार को 785.51 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. इनमें जल शक्ति विभाग को 350.15 करोड़ रुपए, लोक निर्माण विभाग को 355.96 करोड़ रुपए, बिजली विभाग को 0.92 करोड रुपए, बागवानी विभाग को 70.36 करोड़ रुपए और शहरी विकास विभाग को 0.41 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का कहना है कि बीते तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद नुकसान का आंकड़ा चार हजार करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.