Rajesh Dharmani Meet Dharmendra Pradhan: हिमाचल प्रदेश सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी (Rajesh Dharmani ) इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं. दिल्ली में राजेश धर्माणी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान दोनों के बीच कई अहम विषयों को लेकर चर्चा हुई है. राजेश धर्माणी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से हिमाचल प्रदेश में भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान शुरू करने की भी मांग की है. साथ ही उन्होंने तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास से सम्बंधित अन्य नए प्रस्तावों के साथ अन्य लंबित मामलों पर भी चर्चा की.


केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ मुलाकात के बाद तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों सहित अन्य सम्बद्ध क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए मौजूदा वक्त में स्थापित तकनीकी और व्यावसायिक संस्थानों को स्तरोन्नत करने के साथ नए संस्थान स्थापित करने पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है. इन संस्थानों में नए पाठ्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं और युवाओं को नई तकनीकों में पारंगत करने के लिए उन्नत प्रयोगशालाओं और अन्य आधारभूत ढांचे को मजबूत किया जा रहा है.


शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने क्या कहा
उन्होंने कहा "इसके लिए धनराशि की आवश्यकता है. उन्होंने धर्मेंद्र प्रधान से प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय कौशल केंद्र स्थापित करने का आग्रह करते हुए कहा इससे हिमाचल का युवा विदेशों में स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल, आतिथ्य, रियल एस्टेट और वाणिज्य सेवाओं के साथ अन्य क्षेत्रों में रोजगार के मौके हासिल करने के लिए सक्षम हो सकेगा. राजेश धर्माणी ने कहा भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान स्थापित होने से न केवल प्रदेश बल्कि देश के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी क्षेत्र को विस्तार मिल सकेगा."


बेहतरीन प्रतिभाओं को मिल सकेगा मौका
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बन कर उभरा है और यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी, अखिल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ऊना, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर और केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में कई प्रतिष्ठित संस्थान हैं. यह संस्थान उच्चतर शिक्षा को मजबूत आधार प्रदान करते हुए देशभर की बेहतरीन प्रतिभाओं को अनुसंधान के लिए एक उत्कृष्ट तंत्र भी दे रहे हैं. राजेश धर्माणी ने प्रदेश कौशल विकास निगम शिमला में युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप परामर्श, कौशल परीक्षण और प्रमाणन की सुविधा के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास निगम से एक टीम स्थाई रूप से तैनात करने का भी आग्रह किया. 


उन्होंने कहा कि उभरती प्रौद्योगिकी के दृष्टिगत प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के लिए कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय से सहयोग अपेक्षित है, ताकि औद्योगिक 4.0 संकल्पना के तहत मैकेट्रॉनिक्स लैब, नवीकरणीय ऊर्जा इत्यादि क्षेत्रों के लिए कार्यबल तैयार किया जा सके. उन्होंने तकनीकी संस्थानों में ग्रिड से जुड़े रूफ टॉप सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने में सहयोग का भी आग्रह किया.


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