Himachal Pradesh News: विश्व भर में हिमाचल प्रदेश की पहचान देव भूमि के रूप में है. देवभूमि हिमाचल प्रदेश में नवरात्रि (Navratri) के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शीश नवाने के लिए पहुंचे. 15 अक्टूबर से लेकर 24 अक्टूबर तक 12 लाख 72 हजार भक्तों ने दर्शन किए. हिमाचल प्रदेश में दूर-दूर से दर्शन करने के लिए आने वाले भक्तों के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता प्रबंध किए हुए थे. इसके अलावा बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है. प्रदेश भर में हो रहे दशहरा आयोजन के लिए भी पुलिस मुस्तैद है.


हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में स्थित माता चिंतपूर्णी के मंदिर में अब तक 1 लाख 37 हजार, बिलासपुर के श्री नैना देवी जी में 3 लाख 34 हजार, ज्वालाजी में 1 लाख 36 हजार, ब्रजेश्वरी मंदिर में 1 लाख 31 हजार, बगलामुखी में 31.9 हजार, चामुंडा देवी में 1 लाख 11 हजार, माता बाला सुंदरी मंदिर में 2 लाख 91 हजार, तारा देवी मंदिर में 28.7 हजार, हाटकोटी दुर्गा माता मंदिर में 44.4 हजार और शिमला के मशहूर कालीबाड़ी मंदिर में 25.2 हजार भक्तों ने दर्शन किए. यह आंकड़ा हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से जारी किया गया है.


शिमला के जाखू में CM सुक्खू करेंगे रावण का दहन


दशहरे का त्योहार बुराई पर अच्छाई का और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है. शिमला के जाखू में हर साल बेहद हर्ष और उल्लास के साथ दशहरे का त्योहार मनाया जाता है. सूबे के मुख्यमंत्री ही यहां पुतला दहन करने के लिए पहुंचते हैं. मंगलवार शाम साढ़े छह बजे के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू यहां रावण कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले का दहन करने के लिए पहुंचेंगे. इसके लिए मंदिर कमेटी की ओर से खास इंतजाम भी किए गए हैं. यहां हर बार की तरह बटन दबाकर ही पुतले का दहन किया जाएगा. जाखू में रावण का पुतला 45 फीट, कुंभकर्ण का पुतला 35 फीट और मेघनाथ का पुतला 30 फीट की ऊंचाई वाला है.


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