HP Vidhan Sabha Monsoon Session 2023: हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र में शुक्रवार (22 सितंबर) को एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ लिखे गए एक पत्र पर जमकर हंगामा हुआ. इस मामले में विपक्ष के सदस्य डॉ. जनक राज ने व्यक्तिगत स्पष्टीकरण देते हुए सदन के समक्ष रखा. भरमौर से विधायक डॉ. जनक राज ने कहा कि बीते दिनों एक आईएएस अधिकारी के खिलाफ शिकायत को लेकर पत्र वायरल हुआ. इस पत्र से भारतीय जनता पार्टी और उनका नाम जोड़ने की कोशिश की गई. डॉ. जनक राज ने कहा कि इस पत्र से उनका कोई लेना-देना नहीं है. यदि उनके पास सरकार के किसी अधिकारी के खिलाफ ऐसी पुख्ता जानकारी होती, तो वह इसे मुद्दा बनाते न कि पत्र को वायरल करते.


भरमौर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक डॉ. जनक राज ने कहा कि यह पत्र उन्हें पोस्ट के माध्यम से प्राप्त हुआ. इसके करीब एक महीने बाद जब उनके घर पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ, तो किसी कार्यकर्ता ने इस पत्र की फोटो खींच ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. उन्होंने कहा कि संबंधित व्यक्ति को पुलिस भरमौर से शिमला लाई और फिर गिरफ्तार कर लिया. वायरल पत्र से संबंध होने पर पल्ला झाड़ते हुए डॉ. जनक राज ने कहा कि इस पत्र से उनका कोई लेना-देना नहीं है.


'दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई'
इस पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदन के समक्ष कहा कि इस मामले में जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. यह सरकार की छवि धूमिल करने की कोशिश है. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बेनाम पत्र के जरिए सरकार की छवि को दागदार बनाने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि वह मामले की तह तक पहुंच चुके हैं. जल्द ही इस मामले में बड़े खुलासे होंगे.  सीएम सुक्खू ने कहा मामले में जो भी दोषी होगा, उसे पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. यदि भविष्य में बीजेपी विधायक के खिलाफ भी अगर कोई ऐसा पत्र लिख दे, तो उसे पर भी सरकार कार्रवाई करेगी. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के इस वक्तव्य के बाद माना जा रहा है कि राज्य सरकार इस बारे में जल्द ही कोई बड़ा खुलासा कर सख्त कार्रवाई अमल में लाएगी.


क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि अगस्त महीने के अंत में हिमाचल प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के खिलाफ पत्र वायरल हुआ था. इस वायरल पत्र में अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे. साथ ही कई मामलों में पैसों के लेनदेन का भी जिक्र था. पत्र में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की कार्यप्रणाली को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. वरिष्ठ आईएएस अधिकारी का पत्र वायरल होने के बाद शिमला के थाना बालूगंज में शिकायत दर्ज करवाई गई थी. इसके बाद ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पत्र वायरल करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.


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