Loss in Himachal Pradesh: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में इस सीजन में हुई भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई. इस सीजन में बारिश ने प्रदेश के लोगों को जो दर्द दिया, लोग कभी भुला नहीं सकेंगे. कहीं रात को घर पर सोते हुए परिवार की जीवन लीला खत्म हो गई, तो कहीं मंदिर में पूजा करने गए भक्तों के जीवन का अंत अपने आराध्य देव के सामने हो गया. प्रदेश सरकार को मानसून में भारी बारिश से आई आपदा के दौरान 9711.95 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. प्रदेश भर में 169 भूस्खलन और 72 फ्लैश फ्लड की घटना रिकॉर्ड की गई.


प्रदेश में 503 लोगों को गंवानी पड़ी जान


हिमाचल प्रदेश में 503 लोगों को जान गंवानी पड़ी, जबकि अलग-अलग घटनाओं में 519 लोग घायल भी हुए. प्रदेश में अब भी 39 लोग लापता हैं. मानसून की बारिश की वजह से 2 हजार 941 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए. 12 हजार 302 घरों का आंशिक तौर पर नुकसान हुआ. इसके अलावा 421 दुकानों और 7 हजार 247 पशु घर भी तबाह हो गए.


शिमला में सबसे ज्यादा लोगों की मौत


हिमाचल प्रदेश में बारिश से सबसे ज्यादा 104 मौत जिला शिमला में हुई. इसी तरह बिलासपुर में 22, चंबा में 54, हमीरपुर में 23, कांगड़ा में 47, किन्नौर में 18, कुल्लू में 56, लाहौल स्पीति में 7, मंडी में 52, सिरमौर में 37, सोलन में 48 और ऊना में 35 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. हिमाचल प्रदेश में 1 हजार 172 पक्के मकान और 1 हजार 769 कच्चे मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए. इसके अलावा 5 हजार 961 पक्के मकान और 6 हजार 341 कच्चे मकानों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ. प्रदेश में 239 झोपड़ियां भी आपदा की जद में आईं. इस आपदा में 551 घराट और श्मशान घाटों को भी नुकसान पहुंचा है.


किस विभाग को कितना नुकसान?


हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक जल शक्ति विभाग को 2419.10 करोड़ रुपए, लोक निर्माण विभाग को 2949.55 करोड़ रुपए, बिजली विभाग को 1917.89 करोड़ रुपए, बागवानी विभाग को 172.65 करोड़ रुपए, शहरी विकास विभाग को 167.65 करोड़ रुपए, कृषि विभाग को 398.20 करोड़ रुपए, ग्रामीण विकास विभाग को 675.14 करोड़ रुपए, शिक्षा विभाग को 212.36 करोड़ रुपए, मत्स्य पालन विभाग को 18.85 करोड़ रुपए, स्वास्थ्य विभाग को 44.01 करोड़ रुपए और अन्य विभागों को 125.39 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.