Shimla Private Bus Strike News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में निजी बस ऑपरेटरों ने सोमवार की प्रस्तावित हड़ताल को फिलहाल कुछ वक्त के लिए टाल दिया है. वन मिनट ट्रैफिक प्लान और एचआरटीसी बसों के टाइम टेबल के विरोध में निजी बस ऑपरेटरों ने 22 अप्रैल यानी आज हड़ताल का फैसला लिया था. रविवार को जिला प्रशासन ने निजी बस ऑपरेटरों को बातचीत के लिए बुलाया. शिमला जिला उपायुक्त अनुपम कश्यप ने ऑपरेटरों की परेशानी का समाधान का आश्वासन दिया है. इस आश्वासन के बाद निजी बस ऑपरेटरों ने अपनी हड़ताल को टाल दिया है.


शिमला शहर के प्रमुख उप नगरों से निजी बस गंतव्य तक पहुंचाने का मुख्य साधन है. शिमला शहर में करीब 106 निजी बसें चलती हैं. इन निजी बसों का इस्तेमाल लोग रोजाना स्कूल, कॉलेज और दफ्तर जाने के लिए करते हैं. ऐसे में निजी बस ऑपरेटर की हड़ताल का सीधा असर आम जनता की दिनचर्या पर पड़ता है. फिलहाल, लोगों को निजी बस ऑपरेटर की हड़ताल टलने के चलते परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.


एचआरटीसी बसों के टाइम टेबल से हो रही परेशानी


निजी बस ऑपरेटरों की मांग है कि एचआरटीसी बसों का टाइम टेबल भी आरटीओ ही तय करें. मौजूदा वक्त में शिमला में एचआरटीसी बसों का टाइम टेबल निगम के ही रिजनल मैनेजर की ओर से तय किया जाता है. निजी बस संचालकों का कहना है कि इससे उन्हें खासा नुकसान झेलना पड़ता है. इसके अलावा, निजी बस ऑपरेटर शिमला पुलिस की ओर से चलाए जा रहे वन मिनट ट्रैफिक प्लान से भी परेशान हैं.


क्या है वन मिनट ट्रैफिक प्लान?


शिमला पुलिस ने ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए वन मिनट ट्रैफिक प्लान लागू किया है. पुलिस का दावा है कि यह वैज्ञानिक प्लान है और इससे ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिल रही है. शिमला पुलिस ने शहर के अलग-अलग स्थान पर हॉल्टिंग पॉइंट बनाए हैं. इस हॉल्टिंग पॉइंट पर गाड़ियों को वन मिनट के लिए रोका जाता है और फिर रेशो के मुताबिक गाड़ी को आगे बढ़ाया जाता है. इसकी वजह से हॉल्टिंग पॉइंट पर लंबा जाम लग रहा है. इसी जाम से निजी बस संचालक परेशान हो रहे हैं.


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