Shimla Town Hall Tricolour: जहां एक तरफ हम लोग गौरव के साथ स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मना रहे हैं. देश के सम्मान और अस्मिता के लिए जान देने के दावे कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में शिमला नगर निगम (Shimla Municipal Corporation) के भवन पर लगे तिरंगे का अपमान हो रहा है. आए दिन सवालों के घेरे में रहने वाले शिमला नगर निगम के आला अधिकारियों ने यहां तिरंगा तो लगाया, लेकिन राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना भूल गए.

 

शिमला टाउन हॉल पर लगे तिरंगे की तस्वीर बयां कर रही है कि अधिकारियों के मन में राष्ट्रीय ध्वज का कितना सम्मान है. सूती कपड़े वाले इस तिरंगे का रंग पूरी तरह डल हो चुका है. टाउन हॉल शिमला की ऐतिहासिक इमारत मशहूर मॉल रोड पर है. रोजाना यहां से कई आला अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन किसी की भी नजर इस पर नहीं गई. शिमला नगर निगम के प्रशासक और जिला उपायुक्त आदित्य नेगी और आयुक्त आशीष कोहली भी रोजाना काम के सिलसिले में कई बार यहां से गुजरते हैं, लेकिन वो भी देश के सम्मान राष्ट्र ध्वज की ओर अपनी नजर इनायत नहीं कर सके.


हाईकोर्ट में है शिमला नगर निगम चुनाव का मामला
टाउन हॉल की इसी ऐतिहासिक इमारत में नगर निगम के कई कर्मचारी काम करते हैं. इन दिनों शिमला नगर निगम चुनाव का मामला हाईकोर्ट में है. मामला कोर्ट में होने की वजह से चुनाव नहीं हो सके हैं. नगर निगम में पार्षद और मेयर का कार्यकाल खत्म हो चुका है. ऐसे में नगर निगम के कर्मचारियों को चंद प्रशासनिक कार्य के अलावा कोई अन्य खास काम भी नहीं होते. बावजूद इसके नगर निगम कर्मचारियों का ध्यान भी इसकी तरफ नहीं गया. या यूं कहें कि आला अधिकारियों की तरह इन्होंने भी ध्यान देना जरूरी नहीं समझा.


ये भी पढ़ें- HP Assembly Election 2022: हिमाचल में रहे बागवानी मंत्रियों का दिलचस्प इतिहास, राजनीति से हो जाते हैं रिटायर या हारे चुनाव


टाउन हॉल से 200 मीटर की दूरी पर लगा है तिरंगा
जिस टाउन हॉल की ऐतिहासिक इमारत पर तिरंगे का अपमान हो रहा है, उससे 200 मीटर की भी कम दूरी पर शिमला नगर निगम ने 100 फीट ऊंचा तिरंगा लगाया है. साल 2016 में लगाए गए इस तिरंगे का पूरी तरह सम्मान होता है. रात के समय यह तिरंगा रोशनी से जगमगाता है और तेज हवाओं के चलने पर तिरंगे का सम्मान के साथ ध्वजावतरन भी होता है. 


शिमला के डीसी ने कही तिरंगे को बदलवाने की बात
ऐतिहासिक टाउन हॉल की इमारत पर हो रहे तिरंगे के अपमान को लेकर जब शिमला नगर निगम के प्रशासक और जिला उपायुक्त आदित्य नेगी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वे नगर निगम आयुक्त को कहकर इस तिरंगे को बदलवा लेंगे. ध्यान देने वाली बात यह भी है कि आदित्य नेगी रोजाना अपने सरकारी आवास के लिए इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं. उन पर जिले की जिम्मेदारी के साथ नगर निगम की दोहरी जिम्मेदारी है, क्योंकि वे इन दिनों नगर निगम शिमला के प्रशासक भी हैं. अब इंतजार है शिमला नगर निगम की कार्रवाई का. देखना होगा कि प्रशासन कब तक यहां तिरंगे को सम्मान के साथ यहां वापस लगाता है.