Himachal Pradesh Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल काफी तेज हो गई है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के दौरान स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने 15 बीजेपी विधायकों को निष्कासित कर दिया है. इस संदर्भ में संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान प्रस्ताव लेकर आए थे. इन भाजपा विधायकों पर सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं. हिमाचल प्रदेश विधानसभा से नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर समेत 15 विधायकों को सदन से बाहर किया गया है.


हिमाचल प्रदेश विधानसभा से नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के अलावा विपिन सिंह परमार, रणधीर शर्मा, लोकेंद्र कुमार विनोद कुमार, हंसराज, जनक राज, बलबीर वर्मा, त्रिलोक जमवाल, सुरेंद्र शौरी, दीप राज, पूर्ण चंद, इंद्र सिंह गांधी, दिलीप ठाकुर और रणवीर सिंह निक्का को निष्कासित किया गया है.


बीजेपी के 15 विधायक निष्कासित


हिमाचल प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने बुधवार को सुबह में आरोप लगाते हुए संदेह जताया था कि विधानसभा अध्यक्ष बजट को आराम से पारित करने के लिए हमारे विधायकों को निलंबित कर सकते हैं. मुख्य संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान के प्रस्ताव लाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बीजेपी के 15 विधायकों को निष्कासित कर दिया.


जयराम ठाकुर ने क्या कहा था?


बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने ये भी कहा था कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग इनवैलिड नहीं है और ये चुनाव आयोग का दिशानिर्देश भी है. दलबदल कानून का यहां कोई रोल नहीं है, उसके बावजूद विधायकों को तंज किया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की बौखलाहट साफ तौर से दिख रही है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार हमारी वजह से नहीं अपने कारणों से संकट में है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 विधायकों के बीजेपी के पक्ष में वोटिंग के बाद से सियासत गरमा गई है. उधर, अंसतुष्ट कांग्रेस विधायकों को मनाने के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व भी सक्रिय है.


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