Himachal Pradesh Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार पर सियासी संकट के बादल मंडराने लगे हैं. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की सरकार कई आरोप लगाए हैं. साथ ही विधानसभा अध्यक्ष की ओर से विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की भी आशंका जाहिर की है. जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने कहा कि हमें संदेह है कि विधानसभा अध्यक्ष बजट को आराम से पारित करने के लिए हमारे विधायकों को निलंबित कर सकते हैं.


बीजेपी नेता और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने ये भी आशंका जताई है कि कई कांग्रेस विधायकों जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में मतदान किया था को नोटिस दिया गया है. उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए आज दोपहर 1.30 बजे बुलाया गया है. उन्होंने कहा कि साफ तौर से कांग्रेस की बौखलाहट नजर आ रही है.


जयराम ठाकुर को किस बात का है डर?


बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि कई चीजें नियम के मुताबिक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि दलबदल कानून का कोई रोल नहीं है, उसके बावजूद विधायकों को परेशान किया जा रहा है और कार्रवाई करने की दिशा में वे आगे बढ़ रहे हैं. मैं समझता हूं ये उनकी बौखलाहट है. और कांग्रेस की सरकार हमारी वजह से नहीं अपने कारणों से संकट में है.






क्रॉस वोटिंग अमान्य नहीं- जयराम ठाकुर


जयराम ठाकुर ने ये भी कहा कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग अमान्य नहीं है और ये चुनाव आयोग का दिशानिर्देश भी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों को 1.30 बजे अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है. हमें लगता है कि वे उन्हें भी निलंबित करना चाहते हैं. उधर, हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में छह कांग्रेस विधायकों के बीजेपी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने के कुछ घंटे बाद अंसतुष्ट विधायकों को मनाने के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व एक्टिव है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छह विधायकों से बातचीत करने के लिए वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और डी के शिवकुमार को नियुक्त किया है.


ये भी पढ़ें:


Himachal Rajya Sabha Election: हार के बाद सीएम सुक्खू ने बागी विधायकों पर दिया बयान | ABP News