Apple CA Stores: विश्व भर में हिमाचल प्रदेश की पहचान सेब राज्य के रूप में है. यहां रहने वाले लाखों लोगों का गुजर-बसर सेब पर निर्भर करता है. हिमाचल प्रदेश के बागवानों के लिए राज्य सरकार के उपक्रम एचपीएमसी (HPMC) के कंट्रोल्ड एटमॉस्फेयर स्टोर में सेब रखने के किराए में कटौती की गई है. हिमाचल प्रदेश सरकार के उपक्रम की ओर से 40 पैसे तक की कटौती हुई है. अब सेब बागवानों को हर महीने प्रति किलो के हिसाब से 1.40 रुपए चुकाने होंगे. हिमाचल प्रदेश के सेब बागवानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. इस सीजन में बेमौसम हो रही बारिश और ओलावृष्टि की वजह से किसान-बागवान परेशान चल रहे हैं. सर्दियों के मौसम में भी सही मात्रा में बर्फ न पड़ने की वजह से बागवानों को परेशानी का सामना करना पड़ा था. इस बीच हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से किराए में की गई कटौती से सेब बागवानों को बड़ी राहत मिली है.


भंडारण के किराए में कटौती


हिमाचल प्रदेश सरकार में बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि पिछले साल तक एचपीएमसी के कोल्ड एटमॉस्फेयर स्टोर में बागवानों के लिए भंडारण दर प्रति माह दो रूपए प्रति किलो थी, जबकि व्यापारियों के लिए यह 2 रुपए 10 पैसे रखी गई थी. अब हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश भर के हजारों बागवानों को फायदा पहुंचाने के लिए इसमें 40 पैसे की कटौती की है. अब नई दरों के मुताबिक, बागवान को 1 रुपए 60 पैसे और व्यापारी को 1 रुपए 90 पैसे चुकाने होंगे.


सरकार बागवानों के हित के लिए प्रतिबद्ध 


बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार बागवानों के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है. विधानसभा सत्र के दौरान ही सरकार ने सेब को यूनिवर्सल कार्टन में बेचने का भी फैसला लिया है. इससे बागवान बिचौलियों के शोषण से बच सकेंगे. बागवान लंबे समय से यूनिवर्सल कार्टन में सेब बेचे जाने की मांग कर रहे थे. सरकार ने इस लंबित मांग को पूरा किया है. यूनिवर्सल कार्टन में एक पेटी में 24 किलो सेब ही आएगा. इससे बागवानों को अपनी उपज के सही दाम मिल सकेंगे.


बागवानों ने किया फैसले का स्वागत


हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से कोल्ड एटमॉस्फेयर स्टोर के में भंडारण के दाम का किराया घटाए जाने पर बागवानों ने खुशी जाहिर की है. विकासशील बागवान कमल ठाकुर और सुधांशु ठाकुर ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोर में भंडारण के दाम कम होने से बागवानों को काफी राहत मिलेगी. हालांकि विकासशील बागवानों की यह भी मांग है कि सरकार सेब बहुल इलाकों में ज्यादा से ज्यादा कोल्ड स्टोरेज की सुविधा को बढ़ाए, ताकि सेब को ज्यादा दिन तक रखा जा सके. सेब के ज्यादा दिन तक टिकने से बाजार में बागवानों को सही दाम मिलने में मदद मिलेगी.