Lord Ram Statue in Shimla: पूरा देश इन दिनों राम नाम की धुन में डूबा हुआ है. 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इससे पहले शिमला में विभिन्न संस्थाओं ने विश्व विख्यात जाखू मंदिर में भगवान श्री राम की 111 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित करने को लेकर प्रस्ताव पारित किया है. यह मूर्ति जाखू मंदिर में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची मूर्ति के साथ लगाई जानी है. इस संदर्भ में सूद सभा शिमला की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात भी की जा चुकी है.


CM सुक्खू की ओर से मिली सैद्धांतिक मंजूरी 
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भगवान राम की मूर्ति लगाने की सैद्धांतिक मंजूरी दे चुके हैं. हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा होना अभी बाकी है. सामाजिक संस्थाएं जाखू मंदिर में मूर्ति स्थापित करने की बात कर रही हैं. अगर सब कुछ योजना मुताबिक रहा तो यहां भगवान राम की मूर्ति स्थापित की जा सकती है. यह काम मुख्यमंत्री पर्यटन विभाग को सौंपेंगे. मुख्यमंत्री राम मंदिर के कार्यक्रम में इसकी घोषणा कर सकते हैं. साल 2010 में जब से जाखू मंदिर में भगवान हनुमान की 108 फीट ऊंची मूर्ति लगी है, तब से यहां धार्मिक पर्यटन में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. अगर भविष्य में यहां भगवान राम की मूर्ति स्थापित होती है तो यह न केवल राम भक्तों के आस्था की दृष्टि से यह अहम होगा बल्कि इससे पर्यटन कारोबार को भी पंख लगेंगे.



'राम जी चलें न हनुमान के बिना'
सूद सभा शिमला के अध्यक्ष राजीव सूद ने एबीपी न्यूज के साथ बातचीत के दौरान कहा कि सभी संस्थाओं ने एकमत होकर प्रस्ताव पारित किया है. इस संबंध में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भी बात हुई है. मुख्यमंत्री की ओर से इस विषय पर सैद्धांतिक मंजूरी मिली है. हालांकि इस बारे में कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी हो सकती है, लेकिन मुख्यमंत्री ने मूर्ति स्थापित करने की हां भरी है. उन्होंने विश्वास जताया है कि जल्द ही स्थान चयनित होने पर मूर्ति स्थापना का काम शुरू होगा. राजीव सूद ने कहा कि राम भक्तों में भजन के मुताबिक भाव है- 'दुनिया चले न श्री राम के बिना, राम जी चलें न हनुमान के बिना'.


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