हरियाणा पुलिस के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की खुदकुशी मामले में कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि IPS वाई पूरन कुमार दलित होने की वजह से भेदभाव का सामना कर रहे थे. पार्टी ने वाई पूरन कुमार को खुदकुशी के लिए उकसाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है. कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''हरियाणा के वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार दलित होने की वजह से भेदभाव का सामना कर रहे थे. उनको प्रताड़ित किया जा रहा था. एक व्यक्ति जो अपनी मेहनत और लगन से IPS बना, उसे भी जाति के आधार पर प्रताड़ित किया गया.''
'ये देश संविधान से चलेगा, मनु के विचारों से नहीं'
कांग्रेस ने आगे लिखा, ''ये अक्षम्य अपराध है. समाज पर कलंक है. वाई पूरन कुमार को आत्महत्या के लिए उकसाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि समाज में ये संदेश जाए कि जाति के आधार पर भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ये देश संविधान से चलेगा, मनु के विचारों से नहीं.''
वाई पूरन कुमार की पत्नी ने DGP पर लगाए गंभीर आरोप
इससे पहले वाई पूरन कुमार की पत्नी आईएएस अमनीत पी कुमार ने भी आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके पति को सुनियोजित तरीके से उत्पीड़न किया गया. उन्होंने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एक अन्य सीनियर आईपीएस अधिकारी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया था.
7 अक्टूबर को IPS अधिकारी ने की खुदकुशी
बता दें कि वाई पूरन कुमार 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी थे और वह मंगलवार (07 अक्टूबर) को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास में मृत पाए गए थे. उन्होंने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर अपनी जान दे दी थी. पुलिस को 8 पेज का सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार ने अपने करियर के दौरान आई कई परेशानियों को जिक्र किया है.