Indian Immigrants Deported: अमेरिका से 104 अवैध प्रवासी भारतीयों को वापस भेजने को लेकर देश में सियासी बवाल खड़ा हो गया है. विपक्षी दलों ने मोदी सरकार की विदेश नीतियों पर सवाल उठाए और संसद में जमकर हंगामा हुआ.

इस बीच हरियाणा के मंत्री और बीजेपी के नेता अनिल विज ने कहा कि ट्रंप (अमेरिकी राष्ट्रपति) ने सही किया है. उन्होंने कहा, ''गैरकानूनी तरीके से किसी भी देश में लोग गए हुए हैं तो  उस देश को उन्हें बाहर करने का पूरा अधिकार है. ट्रंप ने कोई गलती नहीं की है.''

33 हैं हरियाणा के नागरिक

उन्होंने आगे कहा, ''मैं कहता हूं कि हमें उससे उदाहरण लेते हुए जो हमारे देश में भी लाखों करोड़ों लोग गैरकानूनी तरीके से रह रहे हैं, उनके बारे में सोचना चाहिए. हम रोटियां क्यों खिलाते हैं. हमें भी कोई नीति बनानी चाहिए. उन्हें वापस उनके देश में पहुंचाना चाहिए.'' बता दें कि 104 भारतीयों में 33 हरियाणा के रहने वाले हैं, जिन्हें ट्रंप सरकार ने वापस भेजा है. 

विदेश मंत्री ने दिया जवाब

वहीं विपक्ष के आरोपों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में जवाब दिया और कहा कि हर देश में लोगों की राष्ट्रीयता की जांच होती है. ये लोग अमानवीय हालत में फंसे थे और उन्हें वापस लाना ही था.

भारत लौटे लोगों का क्या है दावा?

बुधवार को अमेरिकी सैन्य विमान 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर अमृतसर पहुंचा. अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत डोनाल्ड ट्रंप सरकार की तरफ से निर्वासित भारतीयों का यह पहला जत्था है.

भारत पहुंचने के बाद विमान में आए लोगों ने दावा किया कि पूरी यात्रा के दौरान उनके हाथ-पैरों में हथकड़ी लगी रही और अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद ही उन्हें खोला गया. इसी प्रक्रिया पर विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार को घेर रही है.  

महिला विधायक ने विधानसभा में दी गाली, खूब वायरल हो रहा वीडियो