हरियाणा में बीजेपी ने उन सीटों पर प्रभारी नियुक्त किया है, जहां पार्टी को विधानसभा चुनाव में हार मिली थी. दिलचस्प है कि इस लिस्ट में हरियाणा के परिवहन मंत्री और वरिष्ठ नेता अनिल विज का नाम नहीं है. इसको लेकर जब विज से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनके पास पूरा राज्य देखने की जिम्मेदारी है. 

अंबाला में पत्रकारों से बात करते हुए अनिल विज ने पूरे राज्य का दौरा करने की योजना की भी घोषणा की. मंगलवार को हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष मोहनलाल बडोली ने वर्तमान विधानसभा में विपक्षी विधायकों के प्रतिनिधित्व वाली सीटों पर प्रभारी की घोषणा की. 

विधायकों की क्यों हुई नियुक्ति?

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पार्टी सूत्रों ने कहा, ये विधायक जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने, नई विकासा की जरूरतों की पहचान करने और जन शिकायतों का समाधान करने का कार्य करेंगे.

हरियाणा की 90 सीटों में बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं कांग्रेस को 37, आईएनएलडी को दो सीटें मिली. तीन सीटों पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की.

अधिकारियों को सख्त चेतावनी

इसपर जब सवाल किया गया तो अंबाला छावनी के विधायक अनिल विज ने मजाकिया अंदाज में कहा, "देखिए, बाकी लोगों को एक-एक विधानसभा सीट दी गई है, लेकिन मुझे तो पूरा हरियाणा देखना है. मैं सबसे वरिष्ठ विधायक हूं और सात बार चुनाव जीत चुका हूं. मैं जल्द ही राज्यव्यापी दौरा शुरू करूंगा, जिसमें नए और पुराने पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलूंगा और उनकी कुशलक्षेम जानूंगा."

विज ने सरकारी अधिकारियों को सख्त चेतावनी भी दी और कहा कि वे अपने दौरों के दौरान सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में कोताही बरतने वालों पर नजर रखेंगे.

72 साल के अनिल विज अक्टूबर 2024 के विधानसभा चुनाव में अंबाला छावनी सीट से जीत हासिल की थी और निर्दलीय प्रत्याशी चित्रा सरवारा को हराकर सातवीं बार विधायक बने थे. विज की पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ रिश्ते हमेशा से तनावपूर्ण रहे. उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर भी कई बार टिप्पणी की है.