Surat Unique Married: सूरत में एक भावुक और अनोखी शादी हुई है, जिसमें दूल्हे के माता-पिता ने दुल्हन को बेटी मानकर उनकी ओर से बारात का स्वागत किया, जबकि दुल्हन के पिता-माता दूल्हे को बेटा मानकर बारात लेकर आए. बेटी के माता-पिता और वर पक्ष के मेहमानों ने बारात का स्वागत किया. इसके अलावा दुल्हन के जेठ ने बड़ा भाई बनकर सभी रस्मों को पूरा किया.


लड़की वाले को बेटे की शादी कराने की थी चाहत
सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज ने बहू का बेटी के रूप में स्वागत करने पर परिवार को बधाई दी. मूल रूप से सौराष्ट्र के बलेल पीपलिया के मूल निवासी रमेश लक्ष्मण के छोटे बेटे हार्दिक का विवाह कुंकावा के मूल निवासी लालजी लक्ष्मण की बेटी महेश्वरी से हुआ. दुल्हन के माता-पिता भावना और वलजी को संतान में केवल एक बेटी है, बेटा नहीं है. पर उनका सपना था कि वे बेटे की शादी करे. वही दूल्हे के पिता रमेश और किरण की बेटी नहीं है.


सौराष्ट्र पटेल समाज के अध्यक्ष की प्रतिक्रिया
इस पर सौराष्ट्र पटेल समाज के अध्यक्ष कांजी भालाल की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने कहा कि यह विवाह हमें बताता है कि अब समाज बदल रहा है. दोनों परिवारों ने मानो समाज को एक नई राह दिखाई है. इसके अलावा बहू की रक्षा बेटी की तरह करने की शपथ भी परिवार ने ली है. इसलिए यह परिवार अभिनंदन का पात्र है.


बेटी की शादी में पिता का खास तोहफा
कुछ दिन पहले भरूच जिले से एक दिल छु लेने वाला मामला सामने आया था. भरूच जिले के झगड़िया तालुका के रानीपारा गांव के रियल एस्टेट डेवलपर पीयूष पटेल बिना किसी को बताये अपनी दिवंगत पत्नी की प्रतिमा बनवा दी और इसे रानीपारा गांव में अपनी बेटी की शादी के एक मंच पर रख दिया. मेहमानों के आने के बाद, पटेल अपनी बेटियों का हाथ पकड़कर मंच पर चढ़े और सजी-धजी और मुस्कराती मूर्ति का अनावरण किया, जिससे दुल्हनों की आंखों में आंसू आ गए. बाद में जब शादी की रस्में हुईं तो मूर्ति को एक कुर्सी पर रख दिया गया.


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