Rajkot Police: गुजरात साल 1960 से शराबबंदी लागू है. इसे ड्राई स्टेट (Dry State) घोषित किया गया है. इसके बावजूद यहां पर शराब (Liquor) की तस्करी और बिक्री खुलेआम जारी है. बुधवार को ही राजकोट (Rajkot) में एक सरकारी अस्पताल में शराब बेचने का मामला सामने आया है. सरकारी अस्पताल के परिसर में आईएमएलएफ (IMLF)शराब बेचने का प्रयास करने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. राजकोट की पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. उसके पास से भारी मात्रा में शराब जब्त की गई है. 


मेडिकल शॉप के पास बेच रहा था शराब 
राजकोट शहर के पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि बुधवार सुबह पुलिस को सरकारी अस्पताल परिसर में सुविधा मेडिकल शॉप के पास एक व्यक्ति द्वारा शराब की तस्करी करने की विशेष सूचना मिली. इसके बाद पुलिस की टीम ने तलाशी ली और कमलेश नाम के व्यक्ति को शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया. पहले तो युवक के पास से पुलिस को विदेशी शराब आएमएफएल की 11 बोतलें मिलीं. 


पूछताछ के बाद और भी शराब बरामद
गिरफ्तार करने के बाद जब पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की तो शराब की और भी बोतलों के बारे में पता चला. इसके बाद पुलिस ने अस्पताल के नजदीक के रिहायशी इलाके के एक सुनसान घर में छिपाकर रखे गए तीन कार्टन शराब बरामद भी किए हैं. मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. 


जानकारी हो कि बीते दिनों पुलिस ने गुजरात बॉर्डर पर बड़ी मात्रा में गुजरात जा रहे शराब के जखीरे को जब्त किया था. बड़ी बात यह है कि पुलिस की नजरों से बचाने के लिए तस्करों ने गैस के टैंकर का सहारा लिया था. तस्करों ने गैस के टैंकर में गैस की जगह शराब की पेटियों को भरकर रखा था. राजस्थान पुलिस ने जैसे ही टैंकर चेक किया तो वो भी चौंक गई. इसके बाद उसके बाद पुलिस ने शराब की गिनती शुरू की. गिनती में अलग-अलग ब्रांड की 850 पेटियां निकली. इसकी बाजार कीमत करीब 60 लाख रुपये बताई गई. बता दें कि रतनपुर बॉर्डर पर आए दिन गुजरात जाती अवैध शराब को जब्त किया जाता है. खास बात यह है कि इसमें पुलिस की मिलीभगत भी सामने आ चुकी है.


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