Gujarat K9 Force: कुत्तों और इंसानों के बीच का रिश्ता सदियों पुराना और बेहद खास होता है. यह रिश्ता विश्वास, वफादारी और निस्वार्थ सेवा पर टिका होता है. जब एक प्रशिक्षित कुत्ता पुलिस बल का हिस्सा बनता है, तो वह न सिर्फ साथी बनता है बल्कि एक ऐसा भरोसेमंद रक्षक भी बन जाता है जिस पर हर चुनौती के वक्त आंख मूंदकर भरोसा किया जा सकता है.
गुजरात पुलिस की डॉग स्क्वॉड को एक बड़ी और खास बढ़त मिली है. राज्य की K9 फोर्स (K9 Force) में अब 11 नए नन्हे सदस्य शामिल हो गए हैं. इन सभी पिल्लों का जन्म गुजरात पुलिस के डॉग ब्रीडिंग सेंटर में हुआ है, जो देश में अपनी तरह का एकमात्र राज्य-स्तरीय केंद्र है.
ट्रेनड बेल्जियन मेलिनॉयस के हैं बच्चे इन नए नन्हे बच्चों (Puppies) की मां 'चेसर' एक बेल्जियन मेलिनॉयस (Belgian Malinois) नस्ल की ट्रेनिंग प्राप्त फिमेल डॉग है, जो पूरी तरह स्वस्थ और खुश है. गौरतलब है कि बेल्जियन मेलिनॉयस को दुनिया की सबसे कुशल और एक्टिव डॉग नस्लों में गिना जाता है, जिसे खासकर सुरक्षा बलों द्वारा ड्रग्स और विस्फोटकों की पहचान में इस्तेमाल किया जाता है.
6 मेल और 5 फिमेल शामिलइस बार कुल 11 बच्चों का जन्म हुआ है, जिनमें 6 मेल और 5 फिमेल हैं. इन्हें आगे चलकर नारकोटिक्स और विस्फोटक खोजने की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि ये राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को और मज़बूत कर सकें.
जनता से मांगे नामों के सुझावगुजरात पुलिस ने इन पिल्लों के नामकरण के लिए आम जनता से सुझाव मांगे हैं. यह पहल न केवल आम लोगों को सुरक्षा बलों से जोड़ने का काम करेगी, बल्कि इससे नागरिकों में भी इन विशेष बलों के प्रति जागरूकता और जुड़ाव बढ़ेगा.
अगर आपके पास भी कोई रचनात्मक और उपयुक्त नाम है, तो आप अपने सुझाव दे सकते हैं और इस अनूठी प्रक्रिया का हिस्सा बन सकते हैं.
बता दें कि गुजरात पुलिस देश की एकमात्र ऐसी राज्य पुलिस है, जिसके पास खुद का डॉग ब्रीडिंग सेंटर है. यह पहल पुलिस विभाग की आत्मनिर्भरता और तकनीकी दक्षता का प्रतीक मानी जा रही है.