Gujarat Assembly Election Result 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में विजयी महिला उम्मीदवारों की संख्या मामूली रूप से बढ़ी है. इस बार 15 महिला उम्मीदवारों को जीत मिली. 2017 के विधानसभा चुनाव में विजयी महिला उम्मीदवारों की संख्या 13 थी. चुनाव में सफल 15 महिला विधायकों में से 14 बीजेपी (BJP) से और एक कांग्रेस से हैं. इस बार विभिन्न राजनीतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर कुल 139 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं. 2012 के विधानसभा चुनावों में जीतने वाली महिला उम्मीदवारों की संख्या 16 थी. पिछले विधानसभा चुनाव में 13 महिलाओं को जीत नसीब हुई थी. लेकिन इनमें से एक की दिसंबर 2021 में मौत हो गई, जिसके बाद सीट खाली हो गई. इस बार, बीजेपी ने कुल 18 महिलाओं को टिकट दिया था.


जीत पर BJP की महिला उम्मीदवार क्या बोलीं? 


कांग्रेस ने 14 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. बीजेपी की सफल महिला उम्मीदवारों में से कुछ ने अपनी जीत का श्रेय पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश बीजेपी प्रमुख सीआर पाटिल के नेतृत्व को दिया. सूरत शहर के लिंबायत से जीती बीजेपी की संगीता पाटिल ने अपनी जीत का श्रेय ‘पन्ना समिति’ को दिया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “पन्ना समिति के ‘ब्रह्मास्त्र’ की वजह से पार्टी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर चर्चा की. उसकी बदौलत पूरे राज्य में बीजेपी को सकारात्मक परिणाम मिला. 


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 विधानसभा के लिये दो चरणों में हुए थे चुनाव


प्रधानमंत्री मोदी की मेहनत, सीआर पाटिल का संगठनात्मक कौशल और मुख्यमंत्री भूपेंद्र के विकास कार्य का भी फायदा मिला.” बीजेपी उम्मीदवार के रूप में राजकोट ग्रामीण सीट से जीतीं भानुबेन बाबरिया ने शानदार जीत पर पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की सराहना की. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह से देश में काम कर रहे हैं उससे लोग खुश हैं. लोग शांति और समृद्धि का अनुभव कर रहे हैं. आमजन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सीआर पाटिल और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व से खुश हैं.” गुजरात विधानसभा के लिये दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को हुए चुनावों में बीजेपी ने 156 सीटें जीतीं. कांग्रेस के खाते में 17 और आम आदमी पार्टी (आप) के खाते में पांच सीटें गईं. चुनावों में जीतने वाली महिला उम्मीदवारों में से चार अनुसूचित जाति और दो अनुसूचित जनजाति समुदाय से हैं. आम आदमी पार्टी ने पांच और बहुजन समाज पार्टी ने 12 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था हालांकि उनमें से कोई भी चुनाव नहीं जीत सका.