Gujarat Election Results 2022: गुजरात में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत हासिल की है. कल सुबह 8 बजे से गुजरात विधानसभा चुनाव की गिनती शुरू हो गई थी. गिनती की शुरुआत से ही बीजेपी दबदबा बनाती नजर आई. जैसे-जैसे दिन ढलता गया वैसे-वैसे बीजेपी मजबूत स्थिति में पहुंचती गई. बीजेपी के लिए गुजरात चुनाव नाक की लड़ाई बन चुकी थी. यहां चुनाव प्रचार में बीजेपी ने अपने सभी दांव चल दिये थे. पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी तमाम बड़े चेहरे रैलियों में प्रचार करते नजर आये. आज आपको बताने जा रहे हैं वो पांच वजह जिससे गुजरात में बीजेपी ने पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले जबरदस्त प्रदर्शन किया है.


पीएम नरेंद्र मोदी


पीएम गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार में जहां-जहां गए, वहां बीजेपी ने जोरदार प्रदर्शन किया. प्रधानमंत्री ने 6 नवंबर से 2 दिसंबर तक चुनाव प्रचार किया. उन्होंने राज्य के 33 जिलों में 10 दिन प्रचार किया. इस दौरान उन्होंने 32 रैलियां और 4 रोड शो किया. इस दौरान पीएम मोदी 12 बार गुजरात दौरे पर गए. गुजरात पीएम मोदी का गृह राज्य है. ऐसे में यहां नरेंद्र मोदी की अलग लोकप्रियता है. पीएम मोदी राज्य में जहां-जहां भी चुनाव प्रचार के लिए गए वहां 88 फीसदी जगहों पर बीजेपी जीती या आगे रही. मोरबी हादसे के बाद पीएम ने वहां का दौरा किया और इस हादसे के पीड़ित परिजन से मुलाकात की थी. इसके अलावा इस हादसे को लेकर उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिये थे. इसके अलावा पीएम खुद राज्य के सीएम के तौर पर काम चुके हैं, जिससे उन्हें राज्य की राजनीति से लेकर विकास के संभावनाओं पर अच्छी पकड़ है, जिसका फायदा बीजेपी को इस चुनाव में मिला.


गृह मंत्री अमित शाह


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राजनीति का 'चाणक्य' भी कहा जाता है. 2014 लोकसभा चुनाव में उन्हें यूपी का प्रभार दिया गया था, जहां बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था. गुजरात में अमित शाह ने ऐसा चक्रव्यूह रचा जिससे आम आदमी पार्टी और कांग्रेस धराशाई हो गई. जब विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे की बात आई तो बीजेपी ने 38 मौजूदा विधायक की टिकट काटी गई. इनमें पूर्व सीएम विजय रुपाणी और पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल का भी नाम शामिल था. गृहमंत्री अमित शाह ने टिकट कटने को पारंपरिक फैसला बताकर सही ठहराया था.


सीएम भूपेंद्र पटेल


पिछले साल सितंबर महीने में भूपेंद्र पटेल को गुजरात के सीएम के रूप में चुना गया. उन्हें गुजरात की पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल की करीबी माना जाता था. बीजेपी कार्यकर्ता बताते हैं कि भूपेंद्र पटेल देखने में बहुत ही साधारण लगते हैं, लेकिन उनके फैसले बहुत असरदार होते हैं. जून महीने में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को बीजेपी में किया गया. बीजेपी का यह निर्णय हार्दिक पटेल के लिए संजीवनी का काम किया. हार्दिक पटेल बीजेपी में शामिल होते ही राहुल गांधी पर मुखर होकर बोलने लगे, जो बीजेपी के हक में गया. जानकार बताते हैं कि सीएम के तौर पर भूपेंद्र पटेल ने पीएम आवास योजना को लेकर जमीनी स्तर पर काम किया. इसका फायदा उन्हें चुनाव में मिला.


सीआर पाटिल


सीआर पाटिल गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष हैं. ये पीएम मोदी और गृह मंत्री के करीबी माने जाते हैं. इन्हें संगठन का तेज-तर्रार नेता माना जाता है. विधानसभा चुनाव में सीआर पाटिल और अमित शाह की जोड़ी ने कांग्रेस को चारों खाने चित कर दिया. गुजरात में टिकट बंटवारे से पहले बीजेपी ने अंदरूनी सर्वे कराया था. इसमें जिन नेताओं के खिलाफ जनता में गुस्सा था उनकी टिकट काटी गई. यहां कठोर निर्णय लेते हुए कुछ सीनियर नेताओं के भी टिकट काटे गए. सीआर पाटिल ने यहां युवा और पॉपुलर चेहरे पर दांव लगाया जिसका बीजेपी को काफी फायदा मिला. 


विजय रुपाणी


गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी को बीजेपी का एक अनुशासित नेता के रूप में देखा जाता है. पिछले साल उनका इस्तीफा लेकर भूपेंद्र पटेल को सीएम बनाया गया था. वो लगातार पीएम मोदी और अमित शाह की तारीफ करते रहते थे. पीएम मोदी के काम को बकायदा जनता के बीच जाकर समझाते थे. अपने इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा था कि एक रात पहले मुझे फोन आया और मैंने अगले दिन इस्तीफा दे दिया. उन्होंने हमेशा हर मंच से यही कहा है कि मैंने हमेशा वही किया जो पार्टी ने मुझसे करने को कहा. उन्होंने बीजेपी को टूटने नहीं दिया जिसका फायदा बीजेपी को इस चुनाव में मिला.


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