Covid-19 Death Toll in India: भारत में कोरोना वायरस महामारी के बाद साल 2021 में हुई मौतों के आंकड़ों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. बुधवार (7 मई) को जारी की गई नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) की रिपोर्ट के मुताबिक देश में 2021 में हुई मौत के आधिकारिक आंकड़े और इस रिपोर्ट में जारी किए गए आकड़ों में बहुत बड़ा फर्क देखने को मिला है. इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में साल 2019 के मुकाबले 2021 में करीब 25 लाख लोगों की मौत हुई है.

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ये सभी अतिरिक्त मौतें कोविड के कारण नहीं हैं, लेकिन दो साल की अवधि में जनसंख्या में प्राकृतिक वृद्धि को ध्यान में रखते हुए भी, यह वृद्धि लगभग 20 लाख है, जो उस वर्ष की आधिकारिक कोविड से मरने वालों की संख्या 3.3 लाख से लगभग छह गुना है. 

गुजरात में सबसे ज्यादा फर्कनागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) पर आधारित भारत के महत्वपूर्ण आंकड़ों की रिपोर्ट की मानें तो गुजरात में लगभग 2 लाख अतिरिक्त मौतों के साथ सबसे अधिक कम गिनती की गई है. यहां साल 2021 में लगभग 5,800 कोविड मौतें बताई गईं थी, लेकिन इस रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात में 1, 95,406 मौतें हुई हैं जो कि बताए गए आंकड़े से करीब 33 गुना ज्यादा है.

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मध्य प्रदेश के आकंड़ों में 18 गुना फर्कइसके अलावा मध्य प्रदेश में आधिकारिक आंकड़े और सीआरएस के आकंड़ों में 18 गुना का फर्क है. आधिकारिक आकंड़े के मुताबिक मध्य प्रदेश में साल 2021 में 6, 927 लोगों की जान गई, जबकि सीआरएस की रिपोर्ट के मुताबिक एमपी में 2021 में 1,26,774 लोगों की जान गई है.

दिल्ली के आंकड़ों में भी खेल!दिल्ली में आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में 14,571 लोगों की जान गई, जबकि सीआरएस रिपोर्ट के मुताबिक इस साल 45,256 लोगों की जान गई. यहां ये जानना जरूरी है कि ये वह साल है जिस साल कोरोना महामारी चरम पर थी और देशभर में इस महामारी ने जमकर तांडव मचाया था. ऐसे में कयास ये लग रहे हैं कि इन मौत के आंकड़ों में ज्यादातर लोगों की जान कोरोना वायरस से ही गई थी.