Cyclone Biporjoy Effect: चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के गुरूवार शाम को गुजरात में कच्छ के तट से टकराने के बाद तेज हवाएं चलने के कारण देवभूमि द्वारका जिले में कई पेड़ उखड़े गए. इनकी चपेट में आकर तीन लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कच्छ जिले के जखौ और मांडवी कस्बों के पास कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि घर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली टिन की चादरें उड़ गईं.



हर्ष सांघवी ने क्या कुछ कहा?
गुजरात के गृह राज्य मंत्री कि शाम सात बजे तक चक्रवात संबंधी घटनाओं के कारण मौत की कोई खबर नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘देवभूमि द्वारका जिले में पेड़ गिरने से तीन लोगों को चोटें आई हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है. गुजरात पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना के दल द्वारका के अलग-अलग हिस्सों में उखड़े पेड़ों और बिजली के खंभों को हटाने का काम कर रहे हैं.’’


मौसम विभाग ने किया था अलर्ट
इससे पहले, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरूवार शाम को कहा कि गुजरात तट पर चक्रवात ‘बिपारजॉय’ ने शाम 4.30 बजे दस्तक दी और इसके टकराने की प्रक्रिया मध्यरात्रि तक पूरी होगी. आईएमडी ने कहा कि तटीय गुजरात के साथ द्वारका, ओखा, नलिया, भुज, पोरबंदर और कांडला में बृहस्पतिवार सुबह से भारी बारिश हो रही है. तटीय इलाकों में 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की तेज हवाएं भी चल रही हैं. वहीं, राज्य प्रशासन ने आठ तटीय जिलों से 94,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.


चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ के कारण तेज हवाएं चलने और भारी बारिश होने से कच्छ और सौराष्ट्र के इलाकों में भारी तबाही हुई है. चक्रवाती तूफान अब कमजोर पड़ गया है लेकिन राज्य में विभिन्न स्थानों पर इसकी तबाही के निशान देखे जा सकते हैं.


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