Delhi Lok Sabha Election: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने दिल्ली की सात में से अपने कोटे की तीन सीटों पर लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा 14 अप्रैल को कर दी. कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता और कई बार सांसद रहे जेपी अग्रवाल को चांदनी चौक, उदित राज को उत्तर पश्चिम दिल्ली और कन्हैया कुमार को उत्तर पूर्व दिल्ली से पार्टी का प्रत्याशी बनाया है. जेपी अग्रवाल और उदित राज दिल्ली में पहले भी सांसद रह चुके हैं. जबकि कन्हैया कुमार जेएनयू की एक छत्र रैली के विवादित नारे से लाइमलाइट में आने के बाद राजनीति में हैं. अब कांग्रेस ने उन्हें बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ पार्टी का प्रत्याशी बनाया है. 


कांग्रेस प्रत्याशी जेपी अग्रवाल, कन्हैया कुमार और उदित राज के सामने बीजेपी प्रत्याशियों को हराने की है. तीनों के लिए यह मुकाबला आसान नहीं है. ऐसा इसलिए कि पिछले दो लोकसभा चुनावों में लगातार बीजेपी दिल्ली की सभी सीटों पर जीत दर्ज करने में सफल साबित हुई थी. ऐसे में दिल्ली के लोग यह जानना चाहते हैं कि कांग्रेस के तीनों प्रत्याशी कौन हैं और पार्टी ने उन्हें टिकट क्यों दिया?


 कन्हैया कुमार


उत्तर पूर्व संसदीय सीट से कांग्रेस ने इस बार जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है. कन्हैया कुमार पर जेएनयू की एक छात्र रैली में राष्‍ट्रविरोधी नारे लगाने के आरोप में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने उन्‍हें गिरफ्तार भी किया था. राष्ट्र-विरोधी नारों के मामले में पुलिस द्वारा कुमार के खिलाफ सबूत पेश नहीं करने के बाद उन्हें दिल्ली की अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया. विवादित नारों की वजह से सुर्खियों में आने के बाद वह पहले वामपंथी पार्टी से जुड़े. बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए. लोकसभा चुनाव 2019 में कन्हैया कुमार बिहार के बेगूसराय संसदीय सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. उन्हें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़े अंतर से हराया था. उसके बाद से वह कांग्रेस में काफी सक्रिय हैं. भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा में वह राहुल गांधी के साथ थे.


उदित राज


1988 में भारतीय राज्य सेवा के लिए उनका चयन हुआ था. 2003 में उन्होंने नौकरी से इस्तीफा देकर इंडियन जस्टिस पार्टी की स्थापना की थी. साल 2014 में उन्होंने अपनी पार्टी का विलय बीजेपी में कर दिया. उसके बाद वह उत्तर पश्चिम दिल्ली से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते. वह 2014 से 2019 तक सांसद रहे. उसके बाद उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए. अब कांग्रेस ने उन्हें उत्तर—पश्मिच दिल्ली से मैदान में उतारा है. 



जय प्रकाश अग्रवाल


जेपी अग्रवाल कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. वह लोकसभा में उत्तर पूर्वी दिल्ली और चांदनी चौक का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. लोकसभा चुनाव 2009 में उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को दो लाख से ज्यादा मतों से हराया था. 2014 लोकसभा चुनाव में वह बीजेपी के मनोज तिवारी से लगभग 3.80 लाख मतों से हार गए. इस बार कांग्रेस ने उन्हें चांदनी चौक सीट से पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. कारोबारी नेता व बीजेपी प्रत्याशी प्रवीण खंडेलवाल को हराने की उनके सामने चुनौती है. 


दरअसल, दिल्ली में लोकसभा चुनाव कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता मिलकर लड़ रहे हैं. इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के खाते में नई दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, पश्चिम दिल्ली और पूर्वी सीटें हैं. जबकि कांग्रेस के खाते में उत्तर पूर्व दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली और चांदनी चौक सीटें हैं. तीनों पर कांग्रेस ने 14 अप्रैल को प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. 


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