Waqf Board Controversy: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया है.  आरोप हैं कि बतौर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानतुल्लाह खान ने भर्तियों में अनिमियतिता की और दिल्ली सरकार से मिले अनुदान का भी दुरुपयोग किया. आप विधायक को 16 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था, जब एजेंसी द्वारा एसीबी की कई छापेमारी में आपत्तिजनक सामग्री और सबूत बरामद हुए थे. 


अमानतुल्लाह खान को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा. अमानतुल्लाह फिलहाल एसीबी की हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ जारी है. इस बीच एसीबी ने वक्फ के 3 सदस्यों और दिल्ली के व्यवसायियों को भी तलब किया है. एसीबी ने इस मामले में तीन अलग-अलग एफआईआर भी दर्ज की है.


आइए हम आपको बताते हैं कि यह पूरा मामला क्या है और अमानतुल्लाह खान से इसका क्या कनेक्शन है- 


-विधायक खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए 32 व्यक्तियों को अवैध रूप से सभी मानदंडों और सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए और भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोपों के साथ भर्ती किया.


 -दिल्ली वक्फ बोर्ड के तत्कालीन सीईओ ने स्पष्ट रूप से एक बयान दिया था और ऐसी अवैध भर्ती के खिलाफ एक ज्ञापन जारी किया था.


-आरोप लगाया गया था कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में अमानतुल्ला खान ने भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोपों के साथ दिल्ली वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों को अवैध रूप से किराए पर दिया था.


-भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के प्रमुख मधुर वर्मा ने कहा, "उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड के धन का कथित रूप से दुरुपयोग किया है, जिसमें दिल्ली सरकार से सहायता अनुदान शामिल है."


-एसीबी ने आर्म्स एक्ट मामले में 2 लोगों के खिलाफ 2 एफआईआर की है. वहीं तीसरी एफआईआर छापेमारी कार्रवाई में रुकावट डालने के आरोप में दर्ज की गई है.