जहां एक तरफ दिल्ली पुलिस लगातार नशे के कारोबार और इसके कारोबारियों पर अंकुश लगाने की कोशिश में लगी रहती है तो वहीं नशे के कारोबारी नित-नए तरीकों से प्रतिबंधित मादक पदार्थों की तस्करी में लगे रहते है. एक ऐसे ही मामले में पश्चिमी दिल्ली की एंटी नारकॉटिक्स सेल की टीम ने मास्टरमाइंड समेत दो तस्करों को पकड़ा है, जो ट्रेन की पैंट्री कार से गुवाहाटी से तस्करी कर गांजे की खेप को दिल्ली लेकर आते थे और फिर इसे आगे सप्लाई करते थे.


इस मामले में पकड़े गए आरोपियों की पहचान, बिठाई राय और उसके सहयोगी अनिल राय के रूप में हुई है. इनके कब्जे से 25 लाख रुपये की 61 किलो 350 ग्राम फाईन क्वालिटी की गांजा बरामद की गई है. इस गिरोह का सरगना बिठौली अपने बेटे संजय के साथ मिल कर नशे का कारोबार करता है, जिसमें उसका साथ देता था ट्रेन के पैंट्री कार में काम करने वाला सुनील. उसकी सहायता से ये सामानों के बीच मे गांजे के पैकेटों को छुपा कर दिल्ली लाता था.


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एंटी नारकोटिक्स सेल को मिली थी तस्करों की सूचना


डीसीपी घनश्याम बंसल के अनुसार, नशे के कारोबार और इसके कारोबारियों पर लगाम लगाने और तस्करों की गिरफ्तारी के लिए जिले की एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम लगातार उनके बारे में जानकारियों को विकसित करने में लगी रहती है. इसी क्रम के पुलिस को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली कि अनिल राय नाम का तस्कर रघुबीर नगर के गांव वाला चौक के पास गांजा की एक बड़ी खेप को डिलीवरी के लिए आने वाला है. जिस पर प्रतिक्रिया करते हुए एसीपी ऑपरेशन अरविंद कुमार की देखरेख में नारकोटिक्स स्क्वाड के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर राजेंद्र ढाका, राजेंद्र प्रसाद, हेड कॉन्स्टेबल विजय, लेखराज, मनजीत, अभय, विजय और कॉन्स्टेबल काशीराम की टीम का गठन कर उनकी पकड़ के लिए लगाया गया.


38 पैकेट में 25 लाख का गांजा बरामद


पुलिस टीम ने सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर रघुबीर नगर इलाके में ट्रैप लगाया. जहां उन्हें पता चला कि बिठाई राय और अनिल राय वही एक किराए के घर में मौजूद है. जिस पर पुलिस ने छापा मार कर दोनों को दबोच लिया. उनके कब्जे से दो बैग बरामद किया गया. इसमें 38 पैकेट गांजा के भरे हुए थे. इसका कुल वजन 61 किलो 350 ग्राम निकला. जिसकी कीमत 25 लाख रुपये बताई जा रही है.


बाप-बेटे की जोड़ी चला रहे थे गांजे की तस्करी का सिंडिकेट


पूछताछ में आरोपी बिठाई राय ने बताया कि वह पिछले 5 से 6 सालों से इस गोरखधंधे में शामिल था. अपने बेटे संजय के साथ मिल कर इस सिंडिकेट चला रहा था. उसका बेटा संजय, गुवाहाटी जाकर वहां से गांजा की खेप लेता था. और फिर आगे हैंडओवर करके उसके जरिए दिल्ली तक पहुंचाता था. गिरफ्तार दूसरा सहयोगी अनिल राय एक प्राइवेट कंपनी के साथ काम करता है जो ट्रेन में खाने का सामान बोगियों में सवारियों को उपलब्ध करवाती है. इस मामले में पुलिस ने दोनों के खिलाफ ख्याला थाना में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है.