Delhi News: दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर राजनीति जारी है. एक तरफ सीएम अरविंद केजरीवाल इस केंद्र के अध्यादेश के मसले पर मोदी सरकार के खिलाफ अब विपक्ष को लामबंद करने में जुट गए हैं, तो दूसरी तरफ बीजेपी की ओर से आप सरकार के खिलाफ ताबड़तोड़ हमले जारी हैं. इस बीच केंद्रीय मंत्री और नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी ने अरविंद केजरीवाल नेतृत्व वाली आप सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग से संबंधित अध्यादेश का मुख्य मकसद आम आदमी पार्टी के कथित भ्रष्टाचार की जांच करना है.


मीनाक्षी लेखी ने एक मीडिया एजेंसी से बातचीत में कहा कि अध्यादेश आप द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच के लिए लाया गया है. उनका ये बयान अरविंद केजरीवाल के उस बयान के बाद आया है जिसमें वो सुप्रीम कोर्ट द्वारा आप सरकार को दिए गए अधिकार के खिलाफ केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश का विरोध करने के लिए विपक्ष के नेताओं सहयोग लेने की बात कही है. 


Delhi के सीएम को सता रहा इस बात का डर


नई दिल्ली से बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि दिल्ली की प्रशासनिक और कानूनी स्थिति दिल्ली को केंद्र शासित प्रदेश बनाती है. इस बात को जानते हुए भी दिल्ली के सीएम अपने 'तानाशाह रवैये' के कारण स्वीकार करने के लिए राजी नहीं हैं. ऐसे में केंद्र के पास आवश्यक अध्यादेश लाने का अधिकार है. यही वजज है कि केंद्र इसे लेकर आई है। सीएम केजरीवाल इस पर विवाद कर रहे हैं. सच यह है कि उन्हें भ्रष्टाचार के उजागर होने का डर है।


मुंबई में उद्धव और शरद से मिलेंगे दिल्ली के CM


बता दें कि दिल्ली में अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश का विरोध करने के लिए सहयोग मांगने के बाबत सीएम अरविंद केजरीवाल एनसीपी के सुप्रीमो शरद पवार और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इसी सप्ताह मुंबई में मुलाकात करेंगे. आप के मुताबिक अरविंद केजरीवाल उद्धव ठाकरे से 24 और शरद पवार से 25 मई को मुलाकात करेंगे. इस मसले पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद अध्यादेश लाए जाने के खिलाफ आप प्रमुख को अपना समर्थन देने का भरोसा दिया. 


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