Sandeep Dikshit On BJP: कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी है. PM नरेंद्र मोदी के नागपुर दौरे को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ये उनकी ही संस्था है. कल को अगर हम कांग्रेस मुख्यालय जाते हैं तो कोई खबर नहीं बनती है. वह अपने दफ्तर ही गये हैं. वो तो प्रचारक थे, यह उनके संगठन के अंदर का मामला है. आदमी अपने संगठन की तारीफ तो करेगा ही.
PM के 'एक हैं तो सेफ हैं' पोस्टर पर क्या बोले दीक्षित?
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने प्रधानमंत्री के 'एक हैं तो सेफ हैं' वाले नारे पर कहा, ''इसमें सांप्रदायिकता जुड़ी हुई है. देश तो हमेशा से एक रहा है. हम लोग कभी कभी कहते हैं तो अनेकता में एकता का संदेश देते हैं. ये देश का पुराना स्लोगन रहा है. लेकिन ये किस चीज़ की बात कर रहे हैं. ये किस देश की बात कर रहे हैं. इनके लिए एक का मतलब क्या है. यह सांप्रदायिक के संदर्भ में एक कह रहे हैं या जातियों के संदर्भ में एक कह रहे हैं. सांप्रदायिकता से जुड़ी इनकी चीजें नजर आती हैं.''
बिहार चुनाव को लेकर संदीप दीक्षित की प्रतिक्रिया
जब संदीप दीक्षित से पूछा गया कि गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार चुनाव होगा. इस पर कांग्रेस नेता ने कहा, ''उन्होंने साफ किया है कि किसके नेतृत्व में वो चुनाव लड़ेंगे. 25 का चुनाव आ रहा है. सभी लोग तैयारी कर रहे हैं. हमारा जो वहां गठबंधन है, उसने पिछली बार भी अच्छा चुनाव लड़ा. कुछ ही सीटों पर AIMIM जैसी पार्टी की वजह से दिक्कत हो गई थी लेकिन बिहार का जो वोटर है वो इस सरकार से निराश है. मुझे उम्मीद है इस बार तेजस्वी यादव और कांग्रेस की पार्टी का अच्छा रिजल्ट आएगा.''
शाह के जंगल राज वाले बयान पर दीक्षित क्या बोले?
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जंगल राज वाले बयान पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा, ''इनकी 20 साल से वहां सरकार है. ये अपनी सरकार की बात करें. ये घबराए हुए हैं, नीतीश कुमार की और BJP की जोड़ी वापस नहीं आएगी. इसलिए ऐसी चीजों पर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं. अगर ऐसा रहा है तो लोगों ने उसे हरा दिया था. चुनाव में हिसाब बराबर होता है.''
नवरात्र पर मीट दुकानें बंद करवाने के सवाल पर क्या बोले?
दिल्ली में नवरात्रों पर BJP विधायकों द्वारा मीट की दुकाने बंद करवाने को लेकर पूछे गए सवाल पर संदीप दीक्षित ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''ये बिल्कुल गलत है. कोई क्या खाता है? क्या पीता है? ये वो जानें. आप कौन होते हैं, किसी चीज को बंद करवाने वाले. कभी कभी सुंदरता के रूप में उसके लिए सरकार किस तरीके से दुकानों में पर्दा लगाती है, या कुछ और करती है उससे ज्यादा कोई अधिकार नहीं है. यह सांप्रदायिकता बढ़ाने की कोशिश लग रही है.''
उन्होंने आगे कहा, ''दिल्ली में 25 साल बाद BJP की सरकार आई है. काम करने के लिए सरकार आई है. कामकाज को लेकर अभी बहुत कम समय हुआ है इसलिए अभी कुछ कहा नहीं जा सकता लेकिन जिस तरह से उत्तर प्रदेश और बाकी राज्यों में सांप्रदायिकता पर काम सरकारों ने किया है, वैसे ही दिल्ली में भी होगा. इस बात को लेकर निराशा है.''
मौलाना तौकीर रजा के बयान पर संदीप दीक्षित ने क्या कहा?
मौलाना तौकीर रजा के बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा, ''इस तरह के बयान देने की कोई जरूरत नहीं है. जिस तरह से पुलिस ने उत्तर प्रदेश में कहा कि लोग सड़क पर ना आएं, इस पर संतुलन रखना चाहिए. नवरात्रों में मंदिरों में भी भीड़ लगती है, बाहर तक लोग खड़े रहते हैं. चुनावी बैठक में भी भीड़ काफ़ी ज्यादा होती है. इसके लिये परमिशन लेनी चाहिए.''
उन्होंने ये भी कहा कि अचानक से नए तौर तरीके से सरकार का यह कहना कि सड़कों पर नमाज नहीं होगी, ऐसा नहीं होना चाहिए. लेकिन ये सब पर अप्लाई होना चाहिए. इसके लिए कानून बनाकर हर चीज पर इसे अप्लाई कीजिये. चाहे वो चुनावी मीटिंग हो या कोई मंदिर की भीड़ हो या चर्च की भीड़ हो. सिर्फ किसी एक समुदाय के ऊपर आप इस तरीके से करेंगे तो फिर लगता है कि ये न्यायपूर्ण नहीं है.''
हजारीबाग में डंडे-हथियार बांटने पर दीक्षित की प्रतिक्रिया
जब उनसे पूछा गया कि हजारीबाग में बीजेपी सांसद ने डंडे और हथियार बांटे, इस संदीप दीक्षित ने कहा, ''ये तो कानूनी रूप से ठीक नहीं है, अगर आपको लगता है तो आप कानून का इस्तेमाल करिए. कानून में प्रावधान है कि एक निश्चित साइज से बड़े धार वाले हथियार आप नहीं रख सकते हैं. अगर इस तरह से हथियार बांटे गए हैं तो यह गैर कानूनी है.''