Delhi News:  राजधानी दिल्ली में मॉनसून के मौसम में हर वर्ष डेंगू-मलेरिया जैसे मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. जिससे निपटने के लिए दिल्ली नगर निगम (MCD) की तरफ से दवाओं के छिड़काव के साथ तमाम तरह के उपाय किए जाते हैं. लेकिन इस बार बारिश के साथ बाढ़ ने दिल्ली के लोगों के लिए वेक्टर बॉर्न डिजीज के खतरे को कई गुना ज्यादा बढ़ा दिया है. जिससे निपटने और लोगों को मच्छरजनित बीमारियों से बचाने के लिए MCD व्यापक पैमाने पर इसकी रोकथाम में लग गई है.


बीमारियों का बढ़ा खतरा 
मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने निगम आयुक्त ज्ञानेश भारती और जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की और बाढ़ के बाद उत्पन्न हुए इस खतरे का जायजा लिया. इस दौरान एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक, नेता सदन मुकेश गोयल भी इस बैठक में मौजूद रहे. मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने बताया कि कि दिल्ली में बाढ़ और जलजमाव के कारण मच्छर जनित बीमारियों का ख़तरा बढ़ गया है.


घर-घर जाकर किए जाएंगे रोकथाम के उपाय
मेयर ने बताया कि इस स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली नगर निगम युद्ध स्तर पर काम कर रहा है. डेंगू-मलेरिया-चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए क्षेत्रीय उपायुक्त सहित मलेरिया इंस्पेक्टर, डीबीसी कर्मचारी, फ़ील्ड वर्कर और जन स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी ग्राउंड ज़ीरो पर कार्य करेंगे. इस महाअभियान में क्षेत्रीय विधायक और पार्षदों को भी जोड़ा जाएगा, जो डीबीसी कर्मचारियों के साथ घर-घर जाकर लोगों को इससे बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करेंगे.


मेयर को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
इसके लिए लगभग 3000 डीबीसी कर्मचारी और 2000 फ़ील्ड वर्कर को लगाया गया है. जो प्रत्येक वार्ड में हर घर जाकर मच्छरों के प्रजनन का पता लगा कर उसके रोकथाम के उपाय करेंगे. इन कार्यों की निगरानी की जाएगी और उसकी रिपोर्ट नियमित रूप से मेयर को सौंपी जाएगी. बता दें कि इस वर्ष दिल्ली में बाढ़ और जल भराव के कारण मच्छर-जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. बीमारियों को रोकना MCD के लिए एक बड़ी चुनौती होगी. हालांकि, निगम इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और MCD अधिकारियों, कर्मचारियों और जन सहयोग से बीमारियों की रोकथाम की कवायद शुरू कर दी गई है.


यह भी पढ़ें: Delhi News: जंतर-मंतर पर भीम आर्मी का शक्ति प्रदर्शन, चंद्रशेखर के लिए Z सिक्योरिटी की मांग