दिल्ली के पश्चिमी जिले स्थित केशोपुर मंडी में मंगलवार देर रात अचानक लगी भीषण आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया. प्लास्टिक के कैरेट और रेहड़ियों में लगी आग ने देखते ही देखते मंडी के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया.

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सूचना मिलते ही दमकल विभाग की एक दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और लगभग डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. हालांकि राहत की बात यह रही कि आग किसी दुकान के भीतर नहीं फैली, वरना नुकसान और भी बड़ा हो सकता था.

आधी रात का अचानक भड़की आग

स्थानीय निवासी राहुल और हिमांशु चोपड़ा ने बताया कि आग करीब रात 12 बजे के आसपास लगी. मंडी के खुले क्षेत्र में रखे प्लास्टिक के कैरेटों में अचानक आग भड़क उठी. कुछ ही मिनटों में आग ने आसपास की रेहड़ियों और सब्जियों को भी अपनी चपेट में ले लिया. आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि दूर-दूर तक नजर आ रही थीं और इलाके में अफरातफरी मच गई.

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दमकल विभाग की कड़ी मेहनत से पाया आग पर काबू

आग लगने की सूचना मिलते ही फायर कंट्रोल रूम ने तुरंत ही अलग-अलग फायर स्टेशनों से दमकल की गाड़ियों को भेजा. मौके पर दमकल विभाग की करीब 12 गाड़ियां पहुंचीं, जबकि तिलक नगर और तिलक विहार थानों की पुलिस टीमें भी तुरंत वहां पहुंच गईं. फायर अधिकारियों के मुताबिक, आग पर पूरी तरह नियंत्रण पाने में लगभग दो घंटे का समय लगा.

प्लास्टिक कैरेट और लाखों का नुकसान

फायर ऑफिसर अमित के अनुसार, आग इतनी भीषण इसलिए हुई क्योंकि ज्यादातर कैरेट प्लास्टिक के बने थे. प्लास्टिक ने आग को और उग्र बना दिया. मौके पर मौजूद लोगों ने भी आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तेज लपटों के सामने उनके प्रयास नाकाम रहे. सौभाग्य से ये कैरेट मंडी की दुकानों के अंदर नहीं रखे गए थे, वर्ना कई दुकानें इसकी चपेट में आ सकती थीं.

प्रत्यक्षदर्शी अमीर खान एवं अशरफ और सब्जी विक्रेता उमेश ने बताया कि समय पर फायर ब्रिगेड पहुंचने से बड़ा हादसा टल गया. इस आगजनी में करीब एक हजार प्लास्टिक कैरेट, कई रेहड़ियां और सब्जियां जलकर खाक हो गईं. शुरुआती अनुमान के अनुसार, लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. पुलिस ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है.