Delhi News: हाल ही में राजस्थान की राजनीति में भूचाल लाने वाली लाल डायरी (Lal Diary) के मसले को राज्यसभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने एक बार फिर उछाल दिया है. उन्होंने बीजेपी के चाणक्य और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) पर की मंशा पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि- 'क्या आपके पास लाल डायरी है? अगर आपके पास लाल डायरी तो आप जनता को सबकुछ बता क्यों नहीं देते.' 


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, 'क्या उनके पास लाल डायरी है. इसके बाद वो तंजिया लहजे में कहते हैं- अमित शाह जी, आप मुझे बता सकते हैं कि क्या आपके पास लाल डायरी है. अगर आपके पास लाल डायरी है तो क्यों नहीं आप सबको उसकी जानकारी दे देते.' क्या आप देश की जनता को यह नहीं बताएंगे कि भ्रष्टाचार किस मामले में हुआ है. इसमें कौन-कौन शामिल है. आपके पास लाल डायरी नहीं है. आप लाल डायरी पेश नहीं कर सकते हैं. फिर भी आप बिना कुछ जाने आरोप लगाते हैं.''



क्या है लाल डायरी?


दरअसल, राजस्थान की राजनीति से जुड़ा सनसनीखेज मामला है लाल डायरी. यह मामला राजेंद्र गुढ़ा का मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद सामने आया है. तभी से राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के करीबी रहे राजेंद्र गुढा लाल डायरी को लेकर उन पर हमलावर हैं. उनका दावा है कि उनके पास एक लाल डायरी है, जिसमें भ्रष्टाचार के कई ऐसे राज छिपे हैं, जो सीएम अशोक गहलोत को सलाखों के पीछे तक पहुंचा सकते हैं. जब 'धर्मेंद्र राठौड़ के घर पर ईडी और आईटी डिपार्टमेंट की टीम ने छापा मारा था, तो मैंने सीएम गहलोत के आदेश पर जहां रेड चल रही थी, वहां से लाल डायरी निकाल ली थी. अगर, मैं लाल डायरी नहीं निकालता तो सीएम गहलोत जेल में होते.' राजेंद्र गुढा के इस खुलासे के बाद इस मसले को राजस्थान भारतीय जनता पार्टी ने लपक लिया. अब इस मसले के बीजेपी नेतृत्व द्वारा भी उछाले जा रहे हैं. इस मसले पर बीजेपी राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी लाल डायरी को बड़ा मुद्दा बना सकती है. 


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