Noida News: नोएडा में पुलिस (Police) की पिटाई से एक नाबालिग (Minor) इतना आहत हो गया कि उसने मौत को ही गले लगा लिया. इस मामले में मृतक के घरवालों ने बिलासपुर चौकी (Bilaspur Chowki) पर तैनात दारोगा विकास बालियान और सिपाही विनीत को नामजद करते हुए ईकोटेक प्रथम थाने (Ecotech First Police Station) में शिकायत दी, मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधिकारियों ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है.


क्या था पूरा मामला
 इमालियका गांव के 8 युवकों को बिलासपुर पुलिस चौकी प्रभारी ने 20 फरवरी को बाइक लूटने के मामले में हिरासत में लिया था. आरोप है कि  पुलिस ने सभी आरोपियों को बुरी तरह पीटा. मृतक के चाचा पुष्पेंद्र ने बताया कि पुलिस ने उनके 16 वर्षीय भतीजे गोविंदा समेत 6 लोगों को लाखों रुपए लेकर छोड़ा, जिन दो युवकों के परिवार ने रुपए नहीं दिए, उनको तमंचा रखने के आरोप में कोर्ट में पेश किया गया था.


बेइज्जती से आहज होकर गोविंदा ने लगा ली फांसी
मृतक के परिजनों ने कहा कि झूठे मामले में हिरासत में लेने और मारपीट के कारण समाज में हुई बेइज्जती ने उनके भतीजे को अंदर तक तोड़ दिया जिसकी वजह से उसने शुक्रवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. गोविंदा  के घरवालों ने बताया कि वह 8वीं कक्षा पास करने के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर रहा था. 


मामले में दारोगा और एक सिपाही सस्पेंड


वहीं ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी दिनेश कुमार ने बताया कि मामले का संज्ञान लेते हुए चौकी इंचार्ज और एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि मामले की आगे जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंची ईकोटेक प्रथम पुलिस द्वारा मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.


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