Delhi G20 Summit: देश की राजधानी दिल्ली में होने वाले शिखर सम्मेलन में अब महज हफ्ते भर का समय शेष बचा है. इसे लेकर तमाम तरह की तैयारियां भी पूरी की जा चुकी हैं. जो थोड़ी-बहुत कमी रह गयी है, उसे भी अगले एक-दो दिनों में पूरा कर लिया जाएगा.  जी20 के मद्देनजर जहां एक तरफ पूरी दिल्ली, खास तौर पर नई दिल्ली के कई इलाकों को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है, तो वहीं सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह चाक-चौबंद और अलर्ट मोड पर है. दिल्ली-एनसीआर के 25 पांच सितारा होटलों में विदेशों से आने वाले राष्ट्राध्यक्षों और उनके प्रतिनिधियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है.


जी20 सम्मेलन के लिए हजारों की तादाद में विदेशी मेहमान दिल्ली में मौजूद रहेंगे, ऐसे में सुरक्षा के साथ-साथ उनकी चिकित्सीय सेवाओं के लिए भी तैयारी की गयी है. इसके लिए दिल्ली सरकार के पांच बड़े अस्पतालों के अलावा तीन निजी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है, जिससे आपात स्थिति में विदेशी मेहमानों को तुरंत ही उपयुक्त और विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई जा सके. इसके अलावा विदेशी मेहमानों के होटलों में नर्सिंग स्टाफ को भी तैनात किया जायेगा, जो जरूरत पड़ने पर मेहमानों को चिकित्सीय सेवा उपलब्ध करवा सकें.


जी20 सम्मेलन के दौरान ये अस्पताल रहेंगे अलर्ट मोड पर


इसको लेकर एबीपी लाइव से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि, 'दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, डीडीयू अस्पताल और बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल के साथ निजी अस्पतालों में चाणक्यपुरी स्थित प्राईमस अस्पताल, साकेत स्थित मैक्स और द्वारका के मणिपाल अस्पताल को आपात चिकित्सीय सेवाओं के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है.' उन्होंने बताया कि, 'एलएनजेपी अस्पताल में 20, जीबी पंत में 10, जीटीबी में 20, डीडीयू में 66 जबकि बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में 40 बेड को आरक्षित रखा गया है.'


डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की 80 टीमों का गठन- सौरभ भारद्वाज


दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि, 'किसी भी प्रकार की इमरजेंसी मेडिल सेवा से निपटने के लिए राजधानी के के स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ की 80 टीमों का गठन किया है. यह टीमें उन सभी 25 होटलों में तैनात रहेंगी. इन 80 टीमों में से 75 टीमें शिफ्ट के आधार पर काम करेंगी. प्रत्येक होटल में तीन टीमों को तैनात किया गया है, जो आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में काम करेंगी. जबकि बाकी पांच टीमें बैकअप के तौर पर रखी गई हैं. जिनका इस्तेमाल, किसी प्रकार की दिक्कत-परेशानी आने या फिर किसी टीम में कोई डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ की अनुपलब्धता पर किया जा सकेगा.


106 एंबुलेंस 24 घंटे रहेंगे हाई अलर्ट- सौरभ भारद्वाज


सौरभा भारद्वाज ने आगे बताया कि, 'जी20 समिट के मद्देनजर आधुनिक सुविधाओं से लैस 106 एम्बुलेंस को भी तैयार किया गया है.' यह सभी 106 एंबुलेंस 24 घंटे हाई अलर्ट पर रहेंगी, ये एंबुलेंस किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में मरीजों को तत्काल अस्पताल पहुंचायेगाय इसके अलावा 30 एनेस्थीसिया के स्पेशलिस्टों को भी 24 घंटे हाई अलर्ट मोड पर रखा जाएगा.


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