Delhi News: भारत में आजादी के बाद माल ढुलाई के लिए सबसे बड़ी रेलवे लाइन यानी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण कार्य पिछले कुछ वर्षों से तेजी से जारी है. इस बीच वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को लेकर बड़ी सूचना सामने आई है. 30 अगस्त 2023 से लॉन्ग हॉल और डबल स्टैक ट्रेनों का संचालन आईसीडी दादरी से गुजरात के पीपावाव और मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट कंटेनर टर्मिनल तक शुरू हो जाएगा. अभी ग्रेटर नोएडा के आईसीडी दादरी से गुजरात के मुंद्रा पोर्ट तक डबल स्टैक कंटेनर ट्रेनों का संचालन हो रहा है. 


भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड की तेजी से माल ढुलाई को लेकर एक दिन पहले ग्रेटर नोएडा के एक होटल बैठक हुई. इस दौरान अधिकारियों ने बातया कि शुष्क और समुद्री बंदरगाह के बीच माल ढुलाई के लिए ट्रेनों की आवाजाही समय को कम करने के लिए डबल स्टैक ट्रेन को 20 अप्रैल से जारी है. 30 अगस्त से लॉन्ग हॉल और डबल-स्टैक ट्रेनें का संचालन आईसीडी दादरी से पीपावाव और जेएनपीटी बंदरगाहों के लिए भी शुरू हो जाएगा. इस बैठक में आईआरटीएस के चेयरमैन और एमडी वी.कल्याण रामा, आईआरटीएस के आपरेशन और कमर्शियल डेवलपमेंट डायरेक्टर नंदुरी श्रीनिवास, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के निदेशक संजय स्वरूप व अन्य अधिकारी शामिल थे. 


दरअसल, नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने मिलकर आईआईटीजीएनएल कंपनी बनाई थी. अब यही कंपनी मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब और लॉजिस्टिक हब विकसित कर रही है। अधिकारियों ने बताया है कि बोड़ाकी के पास बनने वाले लॉजिस्टिक हब में सामान उतारने और चढ़ाने के लिए जरूरी सुविधाओं को विकसित करने का काम जारी है. बोड़ाकी स्टेशन को डेवलप कर अलग से यार्ड के लिए रेल नेटवर्क बनाया जाएगा। इस योजना के तहत 16 रेल लाइन बनाकर उसे मेन लाइन से जोड़ा जाएगा, ताकि ट्रेनें यार्ड तक पहुंच सके. आईआईटीजीएनएल कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो गया है. योजना के तहत आईएसबीटी का निर्माा कर यहां से अंतरराज्जीय बसें चलाने की है. 


WDFC से क्या मिलेगा फायदा?


वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर मेन रेलवे लाइन पर ट्रैफिक कम हो जाएगा. साफ है कि यात्री ट्रेनों की स्पीड बढ़ जाएगी. यात्री ट्रेनें कम से कम समय में ज्यादा दूरी तय कर सकेंगी. फ्रेट कॉरिडोर की रेलवे लाइन मालगाड़ी की स्पीड को 25 किलोमीटर से बढ़ाकर 75 किलोमीटर प्रतिघंटा तक कर देगा. इसके अलावा माल ढुलाई परिवहन में इजाफा होगा. अनुमान के मुताबिक 70 प्रतिशत मालगाड़ी कॉरिडोर के ट्रैक पर दौड़ेंगी. कॉरिडोर चालू होने से रोजगार सृजन को भी बढ़ावा मिलेगा. बता दें कि वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर महाराष्ट्र के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट टर्मिनल से उत्तर प्रदेश के दादरी तक तैयार हो रहा है. डब्लूडीएफसी रेलवे लाइन प्रमुख बंदरगाहों से होकर गुजरेगी. इस योजना के तहत यूपी, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में लाइन बिछाने काम जारी है.     


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