Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी में कंपकपाती ठंड पड़ने के साथ गुरुवार को बिजली की अधिकतम मांग दो साल के उच्चस्तर 5,247 मेगावॉट पर पहुंच गयी. इस बीच, दिल्ली में बिजली वितरण करने वाली टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लि. (टाटा पावर डीडीएल) तथा बीएसईएस दोनों ने बयान में अधिकतम मांग को पूरा करने का दावा किया है.


बीते दो सालों में जनवरी महीने में यह सर्वाधिक मांग
दिल्ली लोड डिस्पैच सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, शहर में सुबह 10.56 मिनट पर बिजली की अधिकतम मांग 5,247 मेगावॉट पहुंच गयी. वितरण कंपनियों के अनुसार यह मांग न केवल दो साल में जनवरी महीने में सर्वाधिक है बल्कि इस जाड़े में भी अब तक की सर्वाधिक मांग है. वर्ष 2022 के जनवरी महीने में बिजली की अधिकतम मांग 5,104 मेगावॉट और 2021 में 5,021 मेगावॉट थी. हालांकि, 2020 में यह 5,343 मेगावॉट थी.


'सफलतापूर्वक पूरी की जा रही बिजली की मांग'
उत्तरी दिल्ली में बिजली वितरण कर रही टाटा पावर डीडीएल के प्रवक्ता ने बयान में कहा कि उसके क्षेत्र में बिजली की मांग रिकॉर्ड 1,646 मेगावॉट रही. इस मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया गया. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम अपने उपभोक्ताओं को 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध हैं. हमने बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए अतिरिक्त बिजली की व्यवस्था की है.’’


बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘बीआरपीएल (बीएसईएस राजधानी पावर लि.) और बीवाईपीएल (बीएसईएस यमुना पावर लि.) में क्रमश: अधिकतम मांग 2,183 मेगावॉट और 1,095 मेगावॉट रही, जिसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया.’’ बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दिल्ली में सर्दी और गर्मियों में 50 प्रतिशत बिजली मांग गर्म और ठंडा करने के उपकरणों की वजह से है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सर्दियों के महीनों के दौरान बिजली मांग को पूरा करने के लिये पर्याप्त उपाय किये गये हैं. इसमें बिजली संयंत्रों से आपूर्ति के लिये दीर्घकालिक समझौते शामिल हैं.’’


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