दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक ऐसे संगठित गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है जो दुबई में बैठे भारतीय मास्टरमाइंड टॉम के इशारे पर पूरे देश में साइबर ठगी कर रहा था. इस गैंग ने फर्जी कंपनियों और बैंक खातों के जरिये लाखों रुपये की ठगी कर रकम को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेश भेजा. पुलिस ने RBL बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

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दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि गिरोह बाकायदा प्रोफेशनल तरीके से काम करता था. ठगी का पैसा वैध दिखाने के लिए आरोपी बोल्डब्रिज और एक्ससेलनसिया नाम से फर्जी कंपनियां बनाते थे. हर आरोपी का नेटवर्क में अलग रोल था  कोई फर्जी कंपनी बनाता कोई खाते खोलता, कोई ट्रांजैक्शन मॉनिटर करता और बैंक अलर्ट लीक करने का काम खुद बैंक अधिकारी करता था. हर फर्जी बैंक खाते के बदले 1.5 लाख कमीशन तय था.

दिल्ली पुलिस की अहम कार्रवाई 

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने नोएडा और गुरुग्राम में एक साथ छापेमारी कर आरोपियों मंजीत सिंह, मंज़वी, सोंबीर, मनीष मेहरा और अनूप (RBL अधिकारी) को गिरफ्तार किया. इनके पास से 18 मोबाइल फोन, 36 सिम कार्ड, लैपटॉप, बैंक चेक बुक और 3 डेबिट-क्रेडिट कार्ड बरामद हुए. लैपटॉप से क्रिप्टो वॉलेट डेटा, बैंक स्टेटमेंट की 274 फाइलें और टेलीग्राम ग्रुप के चैट रिकॉर्ड भी मिले हैं. पुलिस जांच में अब तक 12 राज्यों के 52 साइबर फ्रॉड मामलों का लिंक इस गिरोह से जुड़ा मिला है. इनमें तमिलनाडु, महाराष्ट्र, यूपी, तेलंगाना, कर्नाटक, पंजाब और गुजरात जैसे राज्य शामिल हैं.

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दिल्ली पुलिस की जांच जारी

दिल्ली पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क के विदेशी हैंडलर टॉम को पकड़ने के लिए इंटरपोल और केंद्रीय एजेंसियों से संपर्क में है. यह गिरोह देशभर के लोगों को जालसाजी से ठगकर विदेश में पैसा भेज रहा था. दिल्ली पुलिस इस मामले में अब जांच को लेकर आगे बढ़ रही है.