Delhi Murder Case: दिल्ली में 14 वर्षीय लड़के का अपहरण और हत्या करने के बाद फरार चल रहे छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है. आरोपियों की पहचान रोहिणी निवासी आयुष उर्फ भांजा (19), नरेला निवासी शिवांश उर्फ शिवा (19), बांकनेर निवासी मोहित उर्फ लाला (21) और एक 17 वर्षीय लड़के के रूप में हुई है.


इन आरोपियों की गिरफ्तारी नरेला निवासी 14 वर्षीय लड़के विशाल के दिल्ली के बाहरी इलाके में मृत पाए जाने के 20 दिनों बाद हुई. विशाल के पिता संजय ने अपने बयान में आरोप लगाया था कि उनके बेटे का दीपक और प्रतीक नाम के दो व्यक्तियों ने अपहरण कर लिया और उसे बुरी तरह पीटा.


इसलिए की विशाल की हत्या


बाहरी उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) आरके सिंह ने कहा, "जांच के दौरान मोटा उर्फ दीपक नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा गया. पूछताछ में खुलासा किया कि उसने विशाल को दुकानदारों को बैटरी पहुंचाने के लिए काम पर रखा था. मोटा को विशाल और उसके दोस्त साहिल पर उसकी बैटरियां चुराने का शक था. 31 मार्च को दोपहर करीब 2 से 3 बजे मोटा और उसका दोस्त प्रतीक लापता बैटरियों के बारे में पूछने के लिए विशाल के घर गए. विशाल बांकनेर गांव में एक तालाब के पास उनसे मिलने के लिए तैयार हो गया."


मुलाकात के दौरान मोटा और शिवांश ने विशाल से चोरी की गई बैटरियों के बारे में पूछताछ की. विशाल के दोस्त साहिल को भी तालाब पर बुलाया गया. पूछताछ के बाद मोटा और शिवांश ने साहिल के सामने विशाल को केबल से बेरहमी से पीटा.


डीसीपी ने कहा कि इसके बाद मोटा ने अपने अन्य दोस्तों मोहित, आयुष और एक नाबालिग को बुलाया. दोनों ने मिलकर विशाल का अपहरण कर लिया और उसे बाइक पर लामपुर गांव में कृषि भूमि पर ले गए, जहां वे उसे तब तक पीटते रहे जब तक वो बुरी तरह जख्मी नहीं हो गया.


अस्पताल में कराया था भर्ती 


मोटा और प्रतीक ने विशाल को एसआरएचसी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मोटा और प्रतीक दोनों अस्पताल से फरार हो गए. पुलिस ने मोटा को तो पकड़ लिया गया, लेकिन अन्य आरोपी फरार थे. डीसीपी ने आगे कहा कि पुलिस टीम ने आरोपियों द्वारा घटनास्थल से भागने के लिए अपनाए गए मार्गों की जांच की. तकनीकी निगरानी और मैन्युअल जानकारी की मदद से टीम चार आरोपियों आयुष, शिवांश, प्रतीक और मोहित को पकड़ने में सफल रही.


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