Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने आरआरटीएस कॉरिडोर के अगले 25 किलोमीटर के हिस्से के ऑपरेशन के काम में पुरुषों की तुलना में अधिक महिला कर्मचारियों को शामिल करने का लक्ष्य रखा है. यह जानकारी सूत्रों ने दी. बता दें कि यह कॉरिडोर गाजियाबाद के दुहाई डिपो से मेरठ दक्षिण तक संचालित है. दरअसल, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर का हाल ही में उद्घाटन किया गया है. इसके 17 किलोमीटर लंबे प्राइमरी सेक्शन में भी पुरुषों की तुलना में महिला कर्मचारियों की संख्या अधिक है. 


बताया जा रहा है कि इस 17 किलोमीटर के प्राइमरी सेक्शन में महिला कर्मचारियों की संख्या 50 प्रतिशत से ज्यादा है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एनसीआरटीसी के सूत्रों ने बताया कि इसका लक्ष्य अगले सेक्शन में भी इसी अनुपात को बनाए रखना है.


जेंडर आधारित पुराने मानदंडों का तोड़ने का प्रयास
दरअसल, इसका प्रयास यह कि ट्रांसपोर्ट सेक्टर में जेंडर आधारित स्थापित मानदंड़ों को तोड़ा जाएं. 17 किलोमीटर के आरआरटीएस के कॉरिडोर में महिलाएं अहम भूमिका निभा रही हैं. वे स्टेशन कंट्रोल एवं प्रबंधन, ऑपरेशन, ट्रेन अटेंडेंट्स और कस्टमर केयर समेत विभिन्न भूमिकाओं में नजर आ रही हैं. अगले सेक्शन में भी महिलाओं को इन्हीं भूमिका में देखा जा सकेगा.


प्राथमिकता वाले खंड के बाद होगा संचालन
एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस कॉरिडोर के दुहाई और मेरठ दक्षिण स्टेशन के बीच 29 दिसंबर को नमो भारत ट्रेन का ट्रायल रन किया था. इस 25 किलोमीटर का दुहाई और मेरठ दक्षिण स्टेशन का सेक्शन कॉरिडोर का अगला सेक्शन है जिसे प्राथमिकता वाले खंड के बाद जनता के लिए संचालित किया जाएगा. दूसरे सेक्शन का उद्घाटन इसी साल किया गया है. इस सेक्शन में कुल चार स्टेशन बनाए गए हैं. इनमें मुराद नगर, मोदी नगर नॉर्थ, मोदी नगर साउथ और मेरठ साउथ होगा. दूसरे सेक्शन की शुरुआत होने के बाद इन इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए आवागमन सुविधाजनक हो जाएगा और उन्हें ट्रैफिक की समस्याओं से भी निजात मिलेगी.


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