Delhi: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को ‘असली’ शिवसेना घोषित किए जाने को लेकर अलग-अलग राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया आ रही है. इस पर अब आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी की स्थापना बालासाहेब ठाकरे ने की थी. उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री के रूप में पार्टी शिवसेना का नेतृत्व कर रहे थे. इस पार्टी के विधायकों ने उनके  के खिलाफ विद्रोह किया और नई पार्टी बनाने के लिए विपक्षी पार्टी के साथ गठबंधन किया और सरकार बना ली.

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भारद्वाज ने आगे कहा, "अब, महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष (राहुल नार्वेकर) कह रहे हैं कि एकनाथ शिंदे गुट असली पार्टी है. इसलिए, यह अन्याय है. ये जो हुआ ये अनीति है और स्पीकर का फैसला है तो इस पर कोर्ट में चैलेंज कर सकते हैं. मगर आजकल के माहौल के अंदर ये मानना कि स्पीकर जो भी हो पार्टी की राजनीति से उठकर निष्पक्ष रूप से कोई फैसला दें, आज के समय में ये मुश्किल भी दिखता है."

कपिल सिब्बल की भी आई प्रतिक्रिया

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शिंदे गुट को ‘असली’ शिवसेना घोषित किए जाने को लेकर राज्यसभा सासंद कपिल सिब्बल की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि इस नाटक की पटकथा बहुत पहले लिखी गई थी और यह सिर्फ एक तमाशा था जिसे हमें दिखाया जा रहा था. यही इस लोकतंत्र की जननी की त्रासदी है.

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने 21 जून, 2022 को शिवसेना में विभाजन के बाद एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को असली शिवसेना बताया है. एकनाथ शिंदे के पक्ष में राहुल नार्वेकर का फैसला आया है. यानि अब शिवसेना के विभाजन के करीब 18 महीने बाद एकनाथ शिंदे की शीर्ष पद के लिए जगह पक्की हो गई है. लोकसभा चुनाव से पहले उनके गुट की राजनीतिक ताकत भी बढ़ गई है.  

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