DMRC News: दिल्ली मेट्रो यात्रियों की सुखद और बेहतर यात्रा अनुभव के लिए लगातार प्रयासरत रहती है, यही कारण है कि समय-समय पर मेट्रो अपग्रेड हो रही टेक्नोलॉजी के साथ खुद को भी अपग्रेड कर रही है. इसी कड़ी में अब मेट्रो यात्रियों को मेट्रो परिसर और ट्रेन के अंदर 5G नेटवर्क की कनेक्टिविटी प्रदान करने की कवायद में लगी हुई है. डीएमआरसी से मिली जानकारी के अनुसार, यलो लाइन के मेट्रो पिलर पर 5G मोबाइल नेटवर्क वाले उपकरण लगाए जाएंगे. इसके लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों से आवेदन मांगे है. इससे डीएमआरसी को राजस्व भी मिलेगा, साथ ही यलो लाइन की मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को 5G नेटवर्क की सुविधा मिलेगी.


समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर के बीच लगेंगे 5G उपकरण


समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर के बीच 49.02 किमी लंबी यलो लाइन दिल्ली मेट्रो का सबसे व्यस्त कारिडोर है. इस कारिडोर पर प्रतिदिन सात से आठ लाख यात्री सफर करते हैं. इसके मद्देनजर डीएमआरसी ने यलो लाइन से मेट्रो में 5G नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध कराने की पहल की है. यलो लाइन पर कुल 37 स्टेशन व 795 मेट्रो पिलर हैं. इन सभी पिलर पर तीन चरणों में 5G नेटवर्क वाले उपकरण लगाए जाएंगे. 


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तीन चरणों मे लगाया जाएगा 5G उपकरण


डीएमआरसी की इस योजना में दिलचस्पी दिखाने वाली दूरसंचार कंपनी पहले चरण में समयपुर बादली से जीटीबी नगर के बीच 255 मेट्रो पिलर पर 5जी नेटवर्क वाले उपकरण लगाएगी. इसके बाद दूसरे चरण में साकेत से अर्जनगढ़ के बीच 301 मेट्रो पिलर पर और तीसरे चरण में अर्जनगढ़ से हुडा सिटी सेंटर के बीच 239 पिलर पर उपकरण लगाए जाएंगे. 5G उपकरण लगाने वाली दूरसंचार कंपनी को डीएमआरसी को किराया भुगतान करना पड़ेगा. मेट्रो पिलर पर 5जी नेटवर्क वाले उपकरण लगने से मेट्रो कॉरिडोर के आसपास के इलाकों में 5जी नेटवर्क की सुविधा बेहतर होगी. वहीं दूरसंचार कंपनियों को 5G नेटवर्क वाले उपकरण लगाने के लिए किराए पर जगह तलाशने में दिक्कत नहीं आएगी.


येलो लाईन के बाद अन्य कॉरिडॉर पर भी लगाए जाएंगे 5G  नेटवर्क के उपकरण


मेट्रो में मोबाइल नेटवर्क कमजोर होने के कारण कॉल ड्राप बड़ी समस्या है. खास तौर पर भूमिगत कारिडोर पर यह समस्या अधिक होती है. डीएमआरसी के अनुसार यलो लाइन के बाद मेट्रो के अन्य कारिडोर पर भी 5G नेटवर्क वाले उपकरण लगाने की पहल की जाएगी.