Delhi News: गुजरात के सावली स्थित मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में शुक्रवार को दिल्ली मेरठ आरआरटीएस मेट्रो के पहले ट्रेनसेट की पहली झलक का अनावरण किया गया. एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने बटन दबाकर मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट का अनावरण किया. एल्सटॉम के एमडी ने अनावरण के बाद चाभी देकर औपचारिक रूप से पहले मेरठ मेट्रो की ट्रेनसेट एनसीआरटीसी के एमडी को को सौंपी. इसी के साथ मेरठ मेट्रो के ट्रेनसेट डिलीवरी की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 


एल्सटॉम की ओर से जारी बयान के मुताबिक जल्द ही पहला ट्रेनसेट एनसीआरटीसी के दुहाई डिपो में पहुंच जाएगा. मेरठ मेट्रो परियोजना का लक्ष्य उत्तर प्रदेश में मेरठ के निवासियों के लिए एक सुरक्षित, तेज और आधुनिक परिवहन समाधान प्रदान करना है. मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट की डिलीवरी शुरू होने के साथ ही ट्रायल रन भी जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा.




विश्व मानचित्र पर तेजी से उभर रहा मेरठ मेट्रो : हरदीप पुरी 


आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि सरकार ने वर्ष 2014 से शहरी निवासियों के लिए उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार पर जोर दिया है. सरकार के इसी विजन के तहत 2014 में 248 किलोमीटर वाला मेट्रो नेटवर्क आज 905 किलोमीटर हो गया है.आरआरटीएस और एमआरटीएस इस परिवर्तन के महत्वपूर्ण उदाहरण हैं. इस ओर अब तक हुई अभूतपूर्व प्रगति ने भारत को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बनाने की ओर बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि आज दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के मेरठ सेक्शन के लिए स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित एमआरटीएस ट्रेनसेट (मेरठ मेट्रो) लांच से, देश एक बार फिर विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के निर्माण की अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन कर रहा है.


वहीं, एनसीआरटीसी एमडी, विनय कुमार सिंह ने कहा कि नमो भारत ट्रेनें और मेरठ मेट्रो, दोनों दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस के बुनियादी ढांचे पर ही संचालित होंगी. आरआरटीएस और एमआरटीएस (मास रैपिड ट्रांसिट सिस्टम यानी मेरठ मेट्रो) दो अलग-अलग प्रणालियों की ट्रेनों के एक ही बुनियादी ढांचे पर एक साथ संचालन की संभावना अब साकार हो रही है. 


10 ट्रेनसेट की डिलिवरी करेगी एल्सटॉम 


ट्रेनसेट निर्माण के लिए मेसर्स एल्सटॉम को अनुबंध दिया गया था, जिसके तहत वे मेरठ मेट्रो के लिए 10 तीन कोच वाले ट्रेनसेट की डिलिवरी करेंगी. साथ ही 15 साल की अवधि के लिए इन रोलिंग स्टॉक का रख रखाव की जिम्मेवारी भी एल्सटॉम की ही होगी. ये ट्रेनसेट अपने आकर्षक और आधुनिक डिजाइन के साथ ही ऊर्जा की बचत करने में सक्षम होगा. यह स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी), स्वचालित ट्रेन नियंत्रण (एटीसी) और स्वचालित ट्रेन संचालन (एटीओ) से तकनीकी से लैस होगा. मेट्रो ट्रेन की अधिकतम परिचालन गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा है.


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