दिल्ली में जलभराव और गंदगी की पुरानी समस्या को लेकर नगर निगम अब पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आ रहा है. इसी कड़ी में दिल्ली के महापौर सरदार राजा इक़बाल सिंह ने गोकलपुर ड्रेन का मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को साफ संदेश दिया गया कि सफाई में लापरवाही अब किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं की जाएगी. इस दौरान विधायक अजय महावर, डेम्स कमेटी के चेयरमैन संदीप कपूर, पार्षद रेखा रानी और प्रीति गुप्ता भी उपस्थित रहीं. इसके अलावा अतिरिक्त आयुक्त लीलाधर मेघवाल, निगम उपायुक्त अभिषेक मिश्रा सहित नगर निगम और दिल्ली सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे.

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निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य गोकलपुर ड्रेन में चल रहे सफाई कार्यों की वास्तविक स्थिति का आकलन करना था. इसके साथ ही जल निकासी की व्यवस्था की समीक्षा की गई और लंबे समय से बनी जलभराव एवं गंदगी की समस्या के स्थायी समाधान पर चर्चा हुई. निरीक्षण खजूरी चौक नाला से लेकर पांचवें पुस्ते नाला तक किया गया, जहां सिल्ट, कचरा निष्कासन और जल प्रवाह की स्थिति को बारीकी से देखा गया.

अधिकारियों को सख्त निर्देश, लापरवाही बर्दाश्त नहीं

निरीक्षण के दौरान महापौर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि नालों की सफाई में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी. सफाई केवल कागजों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि उसका असर जमीन पर दिखना चाहिए. समयबद्ध, नियमित और गुणवत्ता आधारित सफाई हर हाल में सुनिश्चित की जाए. महापौर ने कहा कि स्वच्छ वातावरण जनता का अधिकार है और इसे हर हाल में सुनिश्चित किया जाएगा. चेतावनी दी गई कि किसी भी स्तर पर कोताही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी.

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नियमित सफाई और देखरेख से स्थानीय लोगों को राहत

महापौर ने ड्रेनों की नियमित निगरानी और वैज्ञानिक तरीके से सिल्ट एवं कचरा निष्कासन को जलभराव से बचाव का प्रभावी उपाय बताया. उन्होंने सफाई व्यवस्था में निरंतरता बनाए रखने और तय मानकों के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए. साथ ही अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ काम करने और सभी नालों को पूरी तरह साफ रखने को कहा.

इस मौके पर विधायक अजय महावर ने कहा कि गोकलपुर क्षेत्र में जलभराव और सफाई की समस्या लंबे समय से स्थानीय निवासियों की बड़ी चिंता रही है. उन्होंने विश्वास जताया कि नगर निगम और प्रशासन की सक्रियता से क्षेत्रवासियों को जल्द राहत मिलेगी और समस्याओं का स्थायी समाधान संभव होगा. दिल्ली नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि राजधानी में स्वच्छता और जल निकासी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए इस तरह के निरीक्षण, समीक्षा और सख्त कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेंगी. निगम का उद्देश्य जलभराव की समस्या को पूरी तरह नियंत्रित करना है.