राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण ने चिंताजनक हालात पैदा कर दिए हैं. दिल्ली की हवा में मिले जहरीले धुएं और धूल की वजह से लोगों को सांस लेना दूभर हो गया है. इस बीच दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने राजधानी में जारी निर्माण कार्यों को लेकर सख्ती दिखाई है.
मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा कि दिल्ली में आज शाम से वेस्टर्न डिस्टरबेंस और खराब मौसम की उम्मीद है. ग्रैप-4 लागू होने के बावजूद निर्माण कार्य की शिकायतें मिल रही हैं. मैं साफ कर दूं कि जो लोग इस खराब मौसम में कंस्ट्रक्शन कर रहे हैं, उनकी बिल्डिंगों पर सख्त कार्रवाई होगी और संबंधित जेई व एक्सईएन को भी जिम्मेदार ठहरा कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
'दिल्ली के अंदर नहीं चलने दी जाएगी पॉल्यूटिंग इंडस्ट्री'
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि दिल्ली के अंदर कोई भी पॉल्यूटिंग इंडस्ट्री, चाहे वह ऑथोराइज्ड एरिया में हो या अनऑथोराइज्ड, चलने नहीं दी जाएगी. हमने एक्सटेंसिव सर्वे किया है और कल से ऐसी इंडस्ट्री पर सख्त कार्रवाई कर उन्हें सील किया जाएगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा. आप सबसे आग्रह है कि दिल्ली की हवा को साफ और सुरक्षित बनाने में सहयोग करें.
'छोटी-छोटी आदतों से आएंगे बड़े बदलाव'
इससे पहले उन्होंने कहा कि हमारे आसपास बड़े बदलाव तभी आएंगे, जब हम अपनी छोटी-छोटी आदतों में थोड़ा सा बदलाव लाएं. जैसे, कूड़ा खुले में न फैलाएं. अगर हम सड़क, पार्क या सार्वजनिक जगहों पर कचरा फेंकने की बजाय कूड़ेदान का इस्तेमाल करें, तो न सिर्फ़ गंदगी कम होगी, बल्कि बीमारियों पर भी रोक लगेगी.
उन्होंने कहा कि अगर हम हमेशा कूड़ेदान का इस्तेमाल करें और अपने आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखें, तो दिल्ली को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखने में हमारा सीधा योगदान होगा. सिरसा ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण को लेकर दिल्ली सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइन्स के दूसरे दिन भी सख्त कार्रवाई जारी रही. शुक्रवार को नियमों का उल्लंघन करने वाले 11,776 वाहनों के चालान किए गए.
धूल और गंदगी नियंत्रण के लिए 2,068 किमी सड़कों की मशीनों से सफाई की गई, 5,528 किमी क्षेत्र में एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल किया गया और 12,164 मीट्रिक टन से अधिक कचरा उठाया गया.