Delhi News: ठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) से कथित रूप से प्रोटेक्शन मनी मांगने के मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) की मुसीबतें बढ़ने वाली हैं. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) ने इस मामले में सीबीआई जांच को मंजूरी दे दी है. सुकेश ने सत्येंद्र जैन पर 10 करोड़ रुपये की उगाही करने का आरोप लगाया था.


सुकेश ने साथ ही आप नेता पर अन्य गंभीर आरोप भी लगाए थे. सीबीआई ने पिछले साल नंबवर महीने में सत्येंद्र जैन के खिलाफ केस दर्ज करने की इजाजत मांगी थी. इससे पहले एलजी ने तिहाड़ जेल के पूर्व सुपरिटेंडेंट के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे. 


सत्येंद्र जैन पर तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल के साथ मिलकर कारावास से जबरन वसूली रैकेट चलाने और दिल्ली की विभिन्न जेलों में हाई प्रोफाइल कैदियों से प्रोटेक्शन मनी मांगने का आरोप हैं. सुकेश चंद्रशेखऱ ने आरोप लगाया था कि जेल में आरामदायक सुविधा और शांति से रहने की एवज में उससे कोरोड़ों रुपयों की उगाही की गई थी. उगाही करने के लिए डिजिटल ट्रांजेक्शन का भी इस्तेमाल किया गया था. 


सीबीआई ने किया था दावा, जेल में चल रहा उगाही का रैकेट
सुकेश के मुताबिक 2018 से 2021 के बीच में उनसे 10 करोड़ रुपये की उगाही की गई थी. इन सबमें तत्कालीन तिहाड़ जेल अधीक्षक राजकुमार की भूमिका सामने आई है जिनके बारे में यह कहा जाता है कि वह जेल के महानिदेशक का करीबी थे. उनकी उस वक्त जेल नंबर चार में ड्यूटी थी.


वहीं, सीबीआई ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग करते हुए यह दावा किया था कि राजधानी की जेलों में उगाही का रैकेट चलाया जा रहा है. इसमें जेल अधिकारियों और अन्य लोग शामिल हैं. सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था. उन्हें फिलहाल स्वास्थ्य के आधार पर अंतरिम जमानत मिली हुई है.


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