Delhi News: राजधानी दिल्ली में गौकशी करना और गौमांस बेचना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. इसके बावजूद कारोबारी चोरी-छिपे जहां एक तरफ गौकशी को अंजाम दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ तस्करी कर गौमांस को राष्ट्रीय राजधानी में मंगवा भी रहे हैं. हालांकि, प्रतिबंधित होने के कारण हमेशा ही पुलिस और गौरक्षक दलों की नजरें गौमांस के व्यापारियों पर टिकी रहती हैं, जिस कारण कई मौकों पर वे पकड़े भी जाते हैं ताजा मामला बुधवार का है, जब ग्रेटर कैलाश इलाके में एक टेम्पो में 10-12 बॉक्स में लगभग 700 किलो गौमांस बरामद किया गया, जिसे गौरक्षक दल के सदस्यों ने पकड़ा था.


इस मामले में गौरक्षक दल के प्रमुख रॉकी राणा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि भोपाल से गौमांस को निजामुद्दीन लाया जा रहा है. जिस पर उनकी टीम तुरंत ही निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहुंची, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही गौमांस की डिलीवरी लेकर एक टेम्पो वहां से निकल गया. जिसका पीछा करते हुए वे ग्रेटर कैलाश पहुंचे, जहां उन्होंने टेम्पो को रुकवा कर जब बॉक्स की तलाशी ली तो उसमें मांस भरे पाये गए. जिसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गयी और मौके पर पहुंची पुलिस ने मांस को जब्त कर सैम्पल जांच के लिए भेज दिया है.


पुलिस बता रही 70 किलो मांस


हालांकि, इस मामले में डीसीपी साउथ चंदन चौधरी द्वारा दी गयी जानकारी और शिकायतकर्ता के बयान में काफी विरोधाभास है. जहां पुलिस के अनुसार टैम्पों से 70 किलो मांस बरामद किया गया है, तो वहीं दूसरी तरफ गौरक्षकों का कहना है कि टेम्पो से 700 किलो मांस बरामद किया गया है. जिसकी पुष्टि वीडियो में बरामद मांस की मात्रा को देखकर हो रही है. इस पर सवाल यह उठता है कि इतनी मात्रा में बरामद मांस सिर्फ 70 किलो कैसे हो सकता है? वहीं अगर यह वाकई में 700 किलो है तो पुलिस क्यों इसे 70 किलो बता रही है.


भोपाल से ट्रेन से कैसे आया मांस दिल्ली


दूसरा सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि कैसे भारतीय रेलव ने मांस के पार्सल को भोपाल से निजामुद्दीन तक ले जाने की अनुमति दी. पार्सल में क्या भेजा जा रहा है, इसकी जांच नहीं होती है? किसने इस पार्सल को अनुमति दी? जैसे कई अहम सवाल इस कथित गौमांस के ट्रेन से लाये जाने के बाद खड़े हो गए हैं, जिनके जवाब तलाशने की जरूरत है. क्योंकि ऐसे तो कुछ भी ट्रेन के माध्यम से तस्करी कर भारत के एक राज्य से दूसरे राज्य में ले जाया जा सकता है.


नेब सराय में होनी थी मांस की डिलीवरी


रेलवे के पार्सल टैग के अनुसार भोपाल से इसे किसी सलमान नाम के शख्स ने निजामुद्दीन के लाला के लिए भेजा था. बताया जा रहा है कि जिस टेम्पो से कथित गौमांस बरामद किया गया है, उसे यूपी के बुलंदशहर का रहने वाला ड्राइवर थान सिंह चला रहा था. जबकि उक्त टैम्पों दिल्ली गेट निवासी कासिफ नाम के शख्स का है और इसमें ले जाया जा रहा मांस नेब सराय में हैरी नाम के शख्स को डिलीवर किया जाना था. फिलहाल पुलिस इस मामले में मांस की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिसके बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.



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