Delhi News: दिल्ली के बिजली और शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार काम करने में विश्वास रखती है. विधानसभा में मंत्री आशीष सूद नेता प्रतिपक्ष आतिशी के सार्वजनिक शौचालयों की सफाई पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा, “हम उंगली उठाने में नहीं, बल्कि नतीजे देने में यकीन रखते हैं. इसी सोच के साथ सरकार ने मात्र 33 दिनों में दिल्ली का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया है.”

आशीष सूद ने कहा कि पिछली सरकार की सच्चाई अब झुग्गी-झोपड़ी और अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों के सामने आ चुकी है. सदन में आशीष सूद ने कहा कि आम आदमी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार ने पिछले 10 सालों में अनधिकृत कॉलोनियों को लेकर सिर्फ वादे किए. उन्होंने दावा किया कि एक दशक के दौरान पूर्ववर्ती सरकार सिर्फ एक कॉलोनी में 1 किलोमीटर सड़क बना पाई. 10 वर्षों के दौरान एक कॉलोनी में महज 2 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई गई.

सदन में आशीष सूद का बयान

मंत्री ने कहा कि दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. लोग आज भी जलभराव और सीवर की समस्या से जूझ रहे हैं. आशीष सूद ने कहा, "दिल्ली की मौजूदा सरकार का फोकस काम करने पर है. पूर्ववर्ती सरकार का फोकस बहाने बनाने पर था. दिल्ली की जनता ने अब असली विकास और झूठे वादों के बीच का फर्क समझ लिया है. हमारी सरकार वादों के बजाय ठोस कार्यों पर ध्यान दे रही है.”

'दिल्ली के लोगों को नतीजे चाहिए'

उन्होंने आगे कहा कि सरकार जल्द अनधिकृत कॉलोनियों के विकास को लेकर एक ठोस कार्ययोजना पेश करेगी. मकसद दिल्ली की मुख्य कॉलोनियों जैसी सुविधाएं दिलाने का है. मंत्री आशीष सूद के बयान पर विपक्ष की ओर से हंगामा किया गया. हंगामे के बीच उन्होंने साफ कहा कि अब दिल्ली की जनता को नतीजे चाहिए, न कि राजनीतिक बहस. 

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