Delhi News: दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण (Air Pollution) ने एक बार फिर लोगों को दम घोटू हवा में सांस लेने पर मजबूर कर दिया है. तापमान गिरने के साथ ही दिल्ली में धुंध और प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है, जिससे  लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा  है. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (Graded Response Action Plan) के अनुसार दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में तीसरे चरण का प्रतिबंध लागू कर दिया गया है, जिसके बाद इंजीनियरिंग, निर्माण कार्य, वायरिंग पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाकर केवल प्रदूषण रहित कार्यों को जारी रखने का निर्देश दिया गया है.


एक्सपोर्ट बोले- पिछले सालों की तुलना में इस साल नवंबर में हालात रहे बेहतर
प्रदूषण और मौसम मामलों के विशेषज्ञ डॉ. विजय सोनी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि "पिछले सालों की तुलना में इस बार नवंबर महीने में प्रदूषण से हालात थोड़े बेहतर रहे. अभी हवाओं की गति में परिवर्तन के कारण प्रदूषण का असर दिल्ली और एनसीआर में फिर से देखने को मिला है जिससे दिल्ली के वर्तमान हालात गंभीर हो गए हैं लेकिन आने वाले 8- 9 दिसंबर से राजधानी समेत एनसीआर को प्रदूषण से राहत मिलने के पूरे आसार हैं.


लगातार डरा रहे दिल्ली-एनसीआर को AQI आंकड़े
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार रविवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI ) 407 दर्ज किया गया जो बेहद गंभीर हालात को दर्शाता है. वहीं, 5 दिसंबर की सुबह दिल्ली के आनंद विहार, हरियाणा, नोएडा, फरीदाबाद, गुरुग्राम में AQI 350 के ऊपर दर्ज किया गया है. दिसंबर के पहले सप्ताह में एक बार फिर से राजधानी के लोग दम घोटू हवा में सांस लेने के लिए मजबूर दिख रहे हैं. मौसम एक्सपर्ट द्वारा कयास जरूर लगाया गया है कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह से दिल्ली के हालात में सुधार होंगे. अब देखना होगा कि दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति कब तक पूरी तरह सामान्य होती है.


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