Delhi Crime News: बुराड़ी (Burari) के संत नगर में एक युवती के साथ तीन युवकों द्वारा गैंगरेप (Gangrape) किए जाने की घटना सामने आई है. घटना में पीड़िता की मौसी की दोस्त का नाम सामने आ रहा है. बताया जा रहा है कि उसने ही युवती का गैंगरेप करवाया है. आरोपियों ने इस दौरान युवती का अश्लील वीडियो  बना लिया और फिर ब्लैकमेल (Blackmail) करने लगे. युवती काफी डर गई और गुमसुम सी रहने लगी और उसकी तबीयत भी खराब रहने लगी. मां ने बेटी से जब दबाव डालकर पूछताछ की तो उसने आपबीती बताई. परिजनों ने अब बुराड़ी थाने में केस दर्ज कराया है.


मामला बीते जून का है. जब आरोपियों ने पीड़िता के साथ गैंगरेप किया था. पीड़िता और उसके परिजनों ने 23 सितंबर को  थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.  मामला पीड़िता के मुताबिक, उसकी मौसी बीमार होने के चलते उनके घर रहने के लिए आई थी. जहां, एक नीतू नाम कि महिला अक्सर पीड़िता की मौसी से मिलने आती थी. उसी दौरान पीड़िता की दोस्ती नीतू से हो गई.


बहाने से साथ ले गई आरोपी महिला
पीड़िता का आरोप है कि आरोपी नीतू ने घर पर अकेले होने की बात कह कर उसे अपने साथ ले गई. उंसके फ्लैट पर पहुंचने के चंद मिनटों बाद ही तीन लोग नीतू के घर पर आए और सोफे पर बैठ कर शराब पीने लगे. नीतू भी इनके साथ शराब पीने लगी. यह सब देख कर पीड़िता को अच्छा नहीं लगा तो वह वहां से निकलने लगी. तभी नीतू ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया ओर उसे डरा-धमका कर मारपीट की. उंसके बाद वहां मौजूद तीनों लोगों ने बारी-बारी से उंसके साथ रेप किया और फिर इसका वीडियो बना लिया. 


पीड़िता की तबियत खराब होने पर चला परिजनों को पता
वीडियो को वायरल करने की धमकी दे कर आरोपियों ने पीड़िता को पुलिस या किसी और को भी यह बात बताने से मना किया. रेप के बाद नीतू ने पीड़िता को उसके घर छोड़ दिया. लेकिन जब कुछ दिनों के बाद उसकी तबीयत अचानक खराब होने लगी तो उसकी मां ने दबाव डाल कर उससे पूछताछ की तो पीड़िता ने सारी बात अपनी मां को बताई. जिसके बाद पीड़ित परिवार बुराड़ी थाने पहुंचा,  आरोपियों के खिलाफ 22 सितंबर को शिकायत दर्ज करवाई. आरोपियों की पहचान राजीव और नितिन के रूप में हुई है.


पीड़ित परिवार ने पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
उधर, 18 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है. पीड़िता और उसके परिजनों का आरोप है कि इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के बजाय पुलिस उन्हें ही परेशान कर रही है और उन पर बयान बदलने का दबाव डाल रही है. पीड़ित परिवार का कहना है कि बीते शुक्रवार को पीड़िता की मौसी को पूछताछ के नाम पर पुलिस उठा कर ले गई और फिर थाने से किसी होटल में ले जाकर बंधक बना कर रखा गया.


मौसी के साथ मारपीट के आरोप
आरोप है कि पुलिस ने बयान बदलने के लिए डराया-धमकाया, यहां तक कि मारपीट भी की. उनसे एक कागज पर साईन करवाया गया और 30 घंटों के बाद छोड़ा गया.जानकारी के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं, पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर अब परिवार ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.


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