Delhi News: दिल्ली की सतर्कता मंत्री आतिशी के राजस्व कार्यालयों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाए जाने के दो सप्ताह बाद मुख्य सचिव नरेश कुमार ने उत्तरी दिल्ली में उर्स-2023 के आयोजन की निविदा में कथित अनियमितताओं के लिए बुधवार को एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट एसडीएम को निलंबित कर दिया. मुख्य सचिव ने वास्तविक अनुमान पर निविदा तैयार करने में कथित रूप से विफल रहने के लिए तदर्थ दानिक्स (दिल्ली, अंडमान एंड निकोबार, लक्षद्वीप, दमन और दीव, दादरा व नगर हवेली सिविल सेवा) अधिकारी और कार्यवाहक शाखा के पूर्व एसडीएम प्रमोद कुमार को निलंबित कर दिया.


मुख्य सचिव द्वारा निलंबित ​किए जाने के बाद अधिकारी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है. कुमार दिल्ली सरकार के राजस्व विभाग के मुख्यालय में एसडीएम के रूप में तैनात थे. एक आधिकारिक दस्तावेज में बताया गया है कि, ‘‘22 दिनों के इस धार्मिक आयोजन के लिए शुरू में अंतिम निविदा का अनुमान 5.4 करोड़ रुपये लगाया था लेकिन बोली 54 लाख रुपये की लगी. इसका मतलब यह है कि अधिकारी ने अग्रिम योजना काफी बड़ा बजट निर्धारित कर बनाई थी ताकि वह मात्रा को बढ़ा सके.’’


बता दें कि सेवा और सतर्कता विभाग की जिम्मेदारी मिलने के कुछ दिनों बाद कार्यभार संभालने के कुछ घंटों बाद ही आतिशी ने दावा किया था कि उन्हें एसडीएम कार्यालयों में रिश्वतखोरी की शिकायतें मिली हैं और उन्होंने मुख्य सचिव को मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. आतिशी ने मुख्य सचिव से नियमित रूप से इस मामले में नजर रखने के लिए एक कमेटी भी गठित करने को कहा था. साथ ही कहा था कि एसडीएम कार्यालय में भ्रष्टाचार पर हर हाल में अंकुश लगाना जरूरी है. दिल्ली के मुख्य सचिव से कहा था कि एसडीएम कार्यालय में भ्रष्टाचार की वजह से सीधे आम जनता पर असर होता है. 


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