कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के सचिव पद पर बीजेपी के मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी ही काबिज होंगे. उन्होंने अपनी ही पार्टी के पूर्व सांसद संजीव बालियान को चुनाव में मात दी. बुधवार सुबह घोषित हुए चुनाव परिणाम में उन्होंने अपनी ही पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान को 100 वोटों से हराया.

जीत के बाद राजीव प्रताप रूडी ने बताया "इस चुनाव में कुल 1295 वोटर थे. इनमें से 707 लोगों ने वोट डाले. मुझे 391 वोट मिले और मेरे प्रतिद्वंद्वी को 291 वोट मिले. मुझे 100 वोटों से जीत मिली है."

दूसरी तरफ खेल सचिव पद पर राजीव शुक्ला, संस्कृति सचिव के पद पर तिरुचि शिवा और कोषाध्यक्ष के पद पर जितेंद्र रेड्डी निर्विरोध चुने गए. इसके साथ ही कार्यकारी समिति में प्रदीप गांधी को 507 और नवीन जिंदल को 502 वोट के साथ निर्वाचित हुए.

25 सालों से इस पद पर काबिज रूडी को हराने में बालियान को सफलता नहीं मिली. ये चुनाव बेहद हाई प्रोफाइल रहा, क्योंकि इसमें गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से लेकर सोनिया गांधी जैसी दिग्गज नेताओं ने मंगलवार (12 अगस्त) को वोटिंग की.

काउंटिंग में दिखी कांटे की टक्कर

पांच राउंड की काउंटिंग के बाद रूडी और बालियान में कांटे की टक्कर थी. 13 राउंड की काउंटिंग के बाद रूडी ने बालियान पर बढ़त बना ली और अंत में विजयी हुए.

कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के चुनाव में कितने वोट पड़े?

वहीं सचिव पद के उम्मीदवार संजीव बालियान ने बताया कि कुल मिलाकर 707 वोट डाले हैं, जिसमें से 38 बैलेट से डाले गए. नतीजों से पहले उन्होंने इस आंकड़ों पर कहा कि ये बहुत है.

एक ही पार्टी से आने वाले रूडी और बालियान के मैदान में होने से ये चुनाव दिलचस्प हो गया. कांग्रेस के नेताओं ने बीजेपी के उम्मीदवारों को जिताने या हराने के लिए वोट किया. 

अच्छे वातावरण में एक बड़ा चुनाव हुआ- रूडी

नतीजों से पहले राजीव प्रताप रूडी ने कहा, "ये सभी दलों का चुनाव है. मुझे लगता है कि अच्छे वातावरण में एक बड़ा चुनाव हुआ है. देश के कोने-कोने से लोग आए हैं. मुझे यहां लोकतंत्र की बड़ी प्रकाष्ठा नजर आई. लोकतंत्र का असली स्वरूप कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव में आया. सभी को बहुत-बहुत बधाई."

निशिकांत दुबे ने कहा था- संजीव बालियान जीतेंगे

वोटिंग के बाद बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा था कि मुझे लगता है कि परिवर्तन होगा और संजीव बालियान नए सचिव होंगे. उन्होंने कहा था कि ये क्लब केवल सांसद, पूर्व सांसद और उनके परिवार का है. इसमें IAS, IPS, IFS, पायलट, दलाल, उद्योगपति की कोई जगह नहीं है.