Raghav Chadha Suspension: आम आदमी पार्टी को राज्यसभा से एक और बड़ा झटका लगा है. सांसदों के सहमित के बिना हस्ताक्षर के आरोप में AAP सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है. विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक आप सांसद निलंबित रहेंगे. इससे पहले आप सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) को भी राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था. संजय सिंह के निलंबन को भी बढ़ा दिया गया है, जबकि सुशील कुमार रिंकू लोकसभा से निलंबित हैं. ऐसे में आप के कुल 11 में से तीन सांसद इस सत्र में अब तक निलंबित हो चुके हैं.


राज्यसभा में बीजेपी सांसद पीयूष गोयल ने राघव चड्ढा के मामले का जिक्र किया. उन्होंने कहा, यह बहुत गंभीर मामला है जिस तरह से बिना सदस्य की जानकारी के उनका नाम लिस्ट में डाल दिया गया है, वह बहुत ही गलत बात है. पीयूष गोयल ने आगे कहा कि बाद में राघव चड्ढा ने बाहर जाकर कहा की उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और वह इस मामले पर ट्वीट भी करते रहे. जब तक विशेषधिकार हनन की रिपोर्ट नहीं आती तब तक राघव चड्ढा का निलंबन जारी रहेगा. 


क्या है पूरा मामला?


दरअसल राज्यसभा में जिस दिन दिल्ली सेवा विधायक पर वोटिंग हुई थी, उसी दिन 5 सांसदों ने दावा किया था कि दिल्ली सेवा विधेयक को उनकी सहमति के बिना सेलेक्ट कमेटी को भेजने के प्रस्ताव पर उनके नामों को मेंशन किया गया था. सभी सांसदों ने कहा था कि उन्होंने कोई हस्ताक्षर नहीं किया है, लेकिन उस पर उनके हस्ताक्षर मौजूद थे. सांसदों ने कहा था कि सेलेक्ट कमेटी को भेजने का प्रस्ताव राघव चड्ढा ने दिया था. इन सभी सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में जांच की मांग की थी.


जैसे ही विवाद सामने आया था उसके बाद राज्यसभा के उपसभापति ने कहा था कि इसकी जांच कराई जाएगी. बीजेडी के सांसद सस्मित पात्रा, बीजेपी के नरहरि अमीन, सुधांशु त्रिवेदी, फांगनोन कोनयांक और उपसभापति थंबीदुरई ने आरोप लगाया था कि उनके फर्जी नाम हस्ताक्षर किए गए हैं. थंबीदुरई एआईएडीएमके से सांसद हैं.



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